प्रदेश के 66 वें स्थापना दिवस का मुख्य समारोह लाल परेड ग्राउण्ड में होगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान दिलवाएंगे आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में भागीदारी की शपथ
समारोह में प्रदेश की पुरा धरोहर की झलक भी दिखेगी
जिलों में भी होंगे कार्यक्रम
एक नवम्बर को पूर्वान्ह में मंत्रालय में भी होगा पारंपरिक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्राप्त की तैयारियों की जानकारी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के विकास और प्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने के अभियान में हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। इसके लिए एक अभियान संचालित कर प्रत्येक नागरिक को जोड़ने का प्रयास किया जाए। प्रदेश आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की थीम पर हो रहे राज्य स्तरीय दिवस के मुख्य समारोह में सभी कार्यक्रम गरिमामय रूप से सम्पन्न किए जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास पर हुई बैठक में प्रदेश के 66 वें स्थापना दिवस समारोह के संबंध में की जा रही तैयारियों की जानकारी प्राप्त करते हुए ये निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।
एक नवम्बर को भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में संस्कृति विभाग द्वारा मुख्य समारोह शाम को आयोजित होगा। इसी दिन पूर्वान्ह में मंत्रालय में पारंपरिक कार्यक्रम भी होगा, जिसमें राष्ट्र गीत वंदे-मातरम के गायन में अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे। जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए रूपरेखा तैयार की गई है।
हम कर सकते हैं और करेंगे
लाल परेड में होने वाले समारोह में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की थीम पर एक नृत्य-नाटिका होगी, जिसमें नर्तक दल मंच पर “हम कर सकते हैं और करेंगे” का आव्हान करेंगे। इस प्रस्तुति का मंचीय आकल्पन किया गया है। विशेष प्रकाश संयोजन और आकर्षक नृत्य मुद्राओं के साथ इस प्रस्तुति के लिए कोरियोग्राफी की गई है।
जनता की भागीदारी के लिए प्रारंभ करें अभियान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के वातावरण से उबरने के बाद पर्याप्त सावधानियों के साथ आमजन मनोरंजन के कार्यक्रमों और सार्थक रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ने के इच्छुक हैं। प्रदेश के स्थापना दिवस समारोह के मुख्य कार्यक्रम में कोविड प्रोटोकॉल के साथ सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जाए। समारोह में बैठक व्यवस्था से लेकर सभी कार्यक्रमों के सम्पन्न होने तक सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क के उपयोग आदि उपायों को अपनाया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के महत्वपूर्ण कार्य में शासकीय विभागों के साथ ही आम जन की सहभागिता भी होना चाहिए। इसके लिए एक नवम्बर से ही ऐसे अभियान की शुरूआत भी की जाए, जिससे लोग विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए प्रेरित हों, सामूहिक भागीदारी के साथ विकास से जुड़ी गतिविधियों के संचालन में सम्मिलित होते हुए नए आयाम स्थापित किए जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह समय है जब प्रगति के लिए हर व्यक्ति अपनी भूमिका पर चिंतन करे और परिणाम भी प्रस्तुत करे। अधिकारों के साथ ही नागरिक कर्त्तव्यों पर विचार हो। हर क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन के प्रयास हों। समाज के अलग-अलग वर्गों में दायित्व बोध भी जगाया जाए।
मुख्य समारोह में आएंगे पार्श्व गायक मोहित चौहान
प्रमुख सचिव संस्कृति,पर्यटन एवं जनसम्पर्क श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में एक नवम्बर की शाम 6:30 बजे से मुख्य समारोह शुरू होगा। सर्वप्रथम मध्यप्रदेश गान होगा। इसके पश्चात संस्कृति मंत्री का संबोधन होगा। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश पर 45 मिनिट अवधि की समवेत नृत्य- नाट्य प्रस्तुति होगी। इसमें लगभग 250 कलाकारों की भागीदारी रहेगी। समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान नागरिकों को आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए शपथ भी दिलवाएंगे। रात्रि 8 बजे प्रख्यात गायक मोहित चौहान, मुम्बई अपने दल के साथ गीतों की प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम 90 मिनिट अवधि का होगा।
प्रदेश की धरोहर पर भी लघु प्रस्तुति होगी
मुख्य समारोह में मध्यप्रदेश की विशेषताओं पर केन्द्रित एक लघु कार्यक्रम भी प्रस्तुत होगा। प्रख्यात कलाकार मैत्रेयी पहाड़ी अपने कलाकार दल के साथ प्रस्तुति देंगी। प्रदेश की पुरातात्विक धरोहर की झलक भी स्थापना दिवस मुख्य समारोह का हिस्सा होगी, जिसमें भीमबैठका, ओंकारेश्वर, साँची, उज्जैन और अन्य प्रमुख स्थानों की विशेषताओं को शामिल किया जाएगा।
लता मंगेशकर और किशोर कुमार सम्मान पृथक रूप से होंगे
बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित लता मंगेशकर और किशोर कुमार सम्मान स्थापना दिवस समारोह पर दिए जाने संबंध में पूर्व में विचार हुआ था लेकिन अब यह सम्मान समारोह खण्डवा और इंदौर में पृथक से सम्पन्न होंगे। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त जनसम्पर्क डॉ.सुदाम खाड़े और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।