मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा शहीद कर्णवीर ने प्रदेश ही नहीं देश का नाम रोशन किया
शहीद के परिवार को भेंट की जायेगी एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि
भाई शक्ति सिंह को सरकारी नौकरी दी जायेगी
ग्राम दलदल में लगाई जाएगी शहीद कर्णवीर की प्रतिमा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना जिले के ग्राम दलदल पहुँचकर शहीद कर्णवीर सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए
शहीद कर्णवीर सिंह को हजारों लोगों ने नम आँखों से दी अंतिम विदाई
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्राम दलदल के लाल शहीद कर्णवीर सिंह ने प्रदेश ही नहीं देश का नाम भी रोशन किया है। कर्णवीर सिंह ने अपने जन्म-दिवस के दिन भारत माता की सेवा करते हुए दो आतंकवादियों को ढेर किया। इस संघर्ष में उन्हें अपने प्राणों का बलिदान देना पड़ा। कर्णवीर सिंह सदा-सदा के लिये अमर हो गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज सतना जिले के ग्राम दलदल पहुँचकर आतंकवादियों से संघर्ष करते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले अमर शहीद कर्णवीर सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीद के परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना दी। कर्णवीर सिंह का पूरे सैनिक तथा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीद के परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान निधि भेंट की जायेगी। उनके भाई शक्ति सिंह को सरकारी नौकरी दी जायेगी। ग्राम दलदल में शहीद की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिये उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी। परिवार के लोगों की सहमति के अनुसार किसी एक संस्था का नाम शहीद कर्णवीर सिंह के नाम पर किया जाएगा। मैं मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से शहीद के चरणों में नमन करता हूँ। उनका परिवार अब पूरे प्रदेश का परिवार है। धन्य है दलदल गाँव की धरती, जिसने ऐसे शहीद को जन्म दिया। शहीद कर्णवीर सिंह के पिता सेवानिवृत्त मेजर रवि प्रताप सिंह तथा माता श्रीमती मिथिलेश सिंह को भी मैं सादर नमन करता हूँ। उनका परिवार हम सबके लिए वंदनीय है। उनके पिता को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उनकी आँख से आँसू की एक बूंद नहीं गिरी। वे कहते हैं कि यदि मेरे दस बेटे होते तो मैं सभी को भारत माँ पर कुर्बान कर देता। ऐसे देशभक्त परिवार को मैं सादर प्रणाम करता हूँ।
सतना जिले के दलदल निवासी कर्णवीर सिंह भारतीय सेना में 21 राजपूत रेजीमेंट में कार्यरत थे। कर्णवीर सिंह कश्मीर में शोपियाँ में आतंकवादियों से संघर्ष में शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से दिल्ली तथा प्रयागराज पहुँचा। प्रयागराज से पूरे सैनिक सम्मान के साथ सड़क मार्ग से गृह ग्राम लाया गया। ग्राम पंचायत परिसर में शहीद श्री कर्णवीर सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। हजारों लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए नम आँखों से भारत माता के सपूत कर्णवीर सिंह को अंतिम विदाई दी।
इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद श्री गणेश सिंह, सांसद राज्य सभा श्री राजमणि पटेल, विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, विधायक रामपुर बघेलान श्री विक्रम सिंह, विधायक मैहर श्री नारायण त्रिपाठी, विधायक चित्रकूट श्री नीलांशू चतुर्वेदी, विधायक सतना श्री सिद्धार्थ कुशवाहा आदि उपस्थित थे।