महाविद्यालयीन परीक्षाएँ अगले शैक्षणिक सत्र से होंगी ऑनलाइन
मंत्री श्री पटवारी का उज्जैन, रतलाम, मंदसौर के विद्यार्थियों से सीधा संवाद
भोपाल। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने आज उज्जैन, रतलाम और मंदसौर जिलों के विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं और शिकायतों का निराकरण किया। श्री पटवारी ने रतलाम के शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के विद्यार्थियों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश में अगले शैक्षणिक सत्र से सभी महाविद्यालयीन परीक्षाएँ ऑनलाइन होंगी। इसकी तैयारी शासन स्तर पर की जा रही है।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि अब महाविद्यालयीन विद्यार्थी और आम जनता भी उत्तर-पुस्तिका आसानी से देख सकेंगे। मध्यप्रदेश यह व्यवस्था करने वाला पहला राज्य होगा। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि अतिथि विद्वानों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ अवसर मिलेगा। उन्होंने कॉलेज से हटाए गए तीन अतिथि विद्वानों को पुन: शिक्षण कार्य पर रखने के निर्देश दिये।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 200 शासकीय कॉलेजों को स्मार्ट कॉलेज बनाया जाएगा। इन कॉलेजों में नियमित पाठ्यक्रम के अतिरिक्त आई.टी. पाठ्यक्रमों को भी जोड़ा जाएगा।
बेटों से भी सवाल करें माता-पिता
उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी ने उज्जैन जिले के नागदा स्थित स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय के विद्यार्थियों से सीधे संवाद करते हुए कहा कि माता-पिता आज बेटियों से देरी से आने पर कई सवाल करते हैं। यदि वे बेटों से भी ये सवाल करें, तो समाज की कई बुराइयाँ अपने आप समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि अगर पर्यावरण को शुद्ध रखना है, तो हमें पौध-रोपण को अपनी आदत बनाना होगा।
स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय नागदा के छात्रों ने बार-बार सभी विषयों के सिलेबस में बदलाव होने से आ रही दिक्कतों, रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम, किताबों की अनुपलब्धता तथा लायब्रेरी में किताबें न होने से पढ़ाई में कठिनाई जैसी समस्याओं से मंत्री श्री पटवारी को अवगत कराया। श्री पटवारी ने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि अगले सत्र से सभी महाविद्यालयों में टाइम-टेबल सही समय पर बना लिये जाएंगे। इससे परीक्षा-परिणाम समय से घोषित कर दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुस्तकालयों में संबंधित विषय की पुस्तकें पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराई जाएंगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि शासन द्वारा अगले वर्ष से सभी महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को किसी न किसी खेल में अनिवार्य रूप से भाग लेने का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहाकि विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग सुविधा सुनिश्चित करने के लिये महाविद्यालय में ही कोचिंग सेंटर की व्यवस्था की जाएगी।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने रतलाम में हॉकी फीडर सेंटर और मंदसौर में राज्य-स्तरीय पुरुष/महिला हॉकी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इसके पूर्व श्री पटवारी ने उज्जैन के नागदा में राज्य-स्तरीय खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का सम्मान भी किया।