भोपाल में खेल गतिविधियां प्रारंभ करने के लिए खेल विभाग ने तैयार की गाइड लाइन
भोपाल । भारत सरकार एवं राज्य शासन के दिशा निर्देशानुसार खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा भोपाल में खेल गतिविधियां 01 जून, 2020 से संचालित करने के संबंध में गाइड लाइन तैयार की गई है। कोविड-19 के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुये विभिन्न खेलों में होने वाले संभावित संपर्को के कारण प्रथम चरण में भोपाल शहर के टी. टी. नगर स्टेडियम, अंकुर खेल परिसर एवं ओल्ड कैम्पियन स्टेडियम तथा मेजर ध्यानचंद खेल परिसर में खेल गतिविधियां प्रारंभ की जा सकेंगी। टेनिस, बैडमिंटन एवं फैसिंग जैसे अन्य खेल भी चरणबद्ध तरीके से प्रारंभ किये जाएंगे। संचालक खेल और युवा कल्याण श्री व्ही के सिंह द्वारा भोपाल में खेल गतिविधियां प्रारंभ करने के संबंध में विभाग द्वारा तैयार की गई गाइड लाइन के अनुसार इनका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
खेल गतिविधियाँ
प्रथम चरण में भोपाल शहर स्थित टी. टी. नगर स्टेडियम में एथलेटिक्स (केवल ट्रेक इवेन्ट बिना उपकरण के) एवं शूटिंग (10 मीटर) खेल प्रारंभ किये जाएंगे। इसी तरह मेजर ध्यानचंद खेल परिसर में तीरंदाजी तथा अंकुर खेल परिसर और ओल्ड कैम्पियन स्टेडियम में क्रिकेट खेल की शुरूआत की जाएगी। टेनिस, बैडमिंटन एवं फैसिंग जैसे अन्य खेल भी चरणबद्ध तरीके से प्रारंभ किये जा सकेंगे।
खिलाड़ियों के लिये दिशा-निर्देश
खिलाड़ियों को कोविड-19 का टेस्ट कराने के उपरान्त ही खेल परिसर/स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति रहेगी। (भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा भी कोविड-19 के टेस्ट के परिणाम निगेटिव आने पर ही प्रवेश की अनुमति देने का उल्लेख किया गया है)। खेल परिसर में कन्टेनमेंट क्षेत्र (हॉट स्पॉट)/बफॅर जोन के खिलाड़ी का प्रवेश निषेध रहेगा। परिसर में विभाग द्वारा संचालित खेल अकादमियों के स्थानीय खिलाड़ियों को एवं स्थानीय अन्य अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पदक विजेता वर्तमान खिलाड़ियों जिनकी आयु 15 से 30 वर्ष के मध्य हो, को ही प्रवेश की अनुमति रहेगी। दर्शकों/अभिभावकों का प्रवेश वर्जित रहेगा। खिलाड़ी को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिये आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण में भाग लेना अनिवार्य होगा। अभ्यास के समय प्रत्येक खेल में एक समय में खिलाड़ियों की संख्या 10 से अधिक नहीं होगी। क्रिकेट खेल में खिलाड़ियों के आपस में सम्पर्क होने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए राष्ट्रीय/राज्य स्तर के चिन्हित खिलाड़ियों को व्यक्तिगत फिटनेस एवं स्वयं व्यक्तिगत प्रशिक्षण की अनुमति रहेगी। अर्थात खिलाड़ी नेट प्रेक्टिस या बॉलिंग मशीन के माध्यम से प्रेक्टिस कर सकेगा। किसी भी स्थिति में दो टीमों का मैच नहीं खेला जा सकेगा। खेल परिसर में कोविड-19 के खतरे को दृष्टिगत रखते हुए तथा एक स्थान (वायरल लोड) को ध्यान में रखते हुए वॉकिंग, जॉगिंग, योगा एवं अन्य व्यायाम के लिये आम नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी। सभी को आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेन्सिंग) का पालन करना अनिवार्य होगा अर्थात प्रशिक्षण के दौरान 02 मीटर का डिस्टेन्स रखना होगा तथा किसी भी स्थिति में एक स्थान पर भीड़ अथवा अधिक संख्या में एकत्र होना वर्जित होगा।
खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के दौरान उपयोग होने वाले खेल उपकरण को आपस में अदला बदली कर उपयोग में नही लाया जाएगा। खेल परिसर में प्रवेश पर खिलाड़ी के हाथ, पैर को सेनेटाईज करना आवश्यक होगा। खिलाड़ी को अपने खेल संबंधी शूज पृथक से भी लेकर आना अनिवार्य होगा तथा वह खेल प्रारंभ करने के पूर्व उसका उपयोग करेगा। खिलाड़ी को अपनी व्यक्तिगत किट (प्लेइंग किट एवं चेंजिंग किट, वाटर बॉटल, अतिरिक्त टी-शर्ट, टॉवेल, ट्रेनिंग शूज, सेनेटाईजर) साथ लाकर अभ्यास सत्र के पूर्व एवं पश्चात चैंज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण के दौरान खेल मैदान/उपकरण को प्रशिक्षण से पूर्व एवं बाद में अनिवार्यतः सेनेटाईज किया जाएगा। प्रशिक्षण समाप्त होने के तत्काल बाद खिलाड़ियों को खेल मैदान छोडकर जाना अनिवार्य होगा। मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जावेगा। खेल परिसर में प्रवेश से पूर्व खिलाड़ियों की इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी। समस्त खिलाड़ी जो खेल परिसर में अभ्यास करना चाहते हैं उन्हें आवश्यक रूप से सहमति पत्र प्रस्तुत करना होगा, जिसमें स्पष्ट रूप से यह उल्लेख होगा कि यदि वह अभ्यास के दौरान संक्रमण से ग्रसित होते हैं, तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी खिलाड़ी की होगी। साथ ही खिलाड़ी को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। खेल परिसर मे अभ्यास के दौरान थूंकना, नाक एवं पसीना छिड़कना और अनावश्यक रूप से स्वयं के चेहरे को छूना प्रतिबंधित रहेगा। यदि खिलाड़ी को ऐसी चोट लगी हो जिसमें उसका शरीर कटा अथवा छिला हो ऐसे खिलाड़ी का परिसर में प्रवेश वर्जित रहेगा। कोविड-19 के लक्षण दिखायी देने पर खिलाड़ियों को तत्काल इसकी सूचना स्टेडियम प्रशासन को देना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक शौचालय एवं पेयजल वाले स्थान को स्वच्छ रखा जाकर यहां पर भी सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेन्सिंग) का पूर्ण ध्यान रखा जाएगा। खेल परिसर में ए.सी. का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। खिलाड़ी को अपने निर्धारित समय से 30 मिनिट पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति देना आवश्यक होगा। जिम पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। नियमों का पालन नहीं करने वाले खिलाड़ी को तत्काल परिसर में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टॉफ के लिये दिशा-निर्देश
खेल प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टॉफ को खेल परिसर/स्टेडियम में कोविड-19 का टेस्ट कराने के उपरान्त ही प्रवेश की अनुमति रहेगी। खेल परिसर में कन्टेन्मेंट क्षेत्र (हॉट स्पाट) बफॅर जोन के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टॉफ का प्रवेश निषेध रहेगा। परिसर में विभाग द्वारा संचालित खेल अकादमियों में कार्यरत प्रशिक्षकों, स्टेडियम में कार्यरत प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टॉफ को ही प्रवेश की अनुमति होगी। प्रशिक्षक एवं सहायक स्टॉफ को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिये आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना अनिवार्य होगा। आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करना अनिवार्य होगा। मास्क के बिना प्रवेश नहीं दिया जावेगा। प्रत्येक अभ्यास सत्र के पूर्व प्रत्येक खिलाड़ी, प्रशिक्षक और सहायक स्टॉफ की इन्फ्रारेड थर्मल स्क्रीनिंग होगी और उन्हें हाथ-पैर को सेनेटाईज करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण स्थल, उपकरण, प्रशिक्षण सामग्री आदि अभ्यास के पूर्व एवं पश्चात् संक्रमण मुक्त करवाना प्रशिक्षक की जिम्मेदारी होगी। प्रशिक्षण स्थल में ए.सी. का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। प्रशिक्षक को खिलाड़ियों के प्रवेश एवं निर्गम का रिकार्ड उपस्थिति पंजी में पृथक से रखना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षक को ट्रेनिंग प्रोग्राम, समय-सारणी तैयार करना होगा, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एक समय में अधिकतम 10 से अधिक खिलाड़ी अभ्यास नहीं करें। परिसर में आने वाले खिलाड़ी, प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ में कोविड-19 के लक्षण दिखायी देने पर संबंधित प्रशिक्षक तत्काल इसकी सूचना स्टेडियम प्रशासक एवं कोविड टास्ट फोर्स को अनिवार्य रूप से देगा। संबंधित प्रशिक्षक एवं सहायक स्टॉफ को अपने निर्धारित समय से 45 मिनिट पूर्व प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थिति देना आवश्यक होगा। खिलाड़ियों के लिये बनाये गये दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन कराने का दायित्व संबंधित प्रशिक्षक का रहेगा।