भारतीय पत्रकारों-सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी पर तत्काल संज्ञान ले SC : कांग्रेस
नयी दिल्ली । भारतीय पत्रकारों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी से जुड़े खुलासे के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि वह इस मामले पर तत्काल स्वत: संज्ञान ले एवं सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी दावा किया कि ‘अपने ही नागरिकों के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार करने वाली यह सरकार’ इस देश का नेतृत्व करने का नैतिक अधिकार खो चुकी है।
सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार जासूसी करते पकड़ी गई है। चिंताजनक है, लेकिन हैरान करने वाली बात नहीं है। आखिरकार बीजेपी सरकार हमारी निजता के खिलाफ लड़ी, करोड़ों रुपये का निगरानी ढांचा बनाया।’’ उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और बीजेपी सरकार को नोटिस जारी करना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं की जासूसी कराने वाली और अपने ही नागरिकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करने वाली सरकार हमारे लोकतंत्र में नेतृत्व करने का अधिकार खो चुकी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करते हैं कि वह इन गैरकानूनी गतिविधियों का स्वत: संज्ञान ले और इस सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करे।’’
दरअसल, फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हॉट्सएप ने कहा है कि इजरायल स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयां वैश्विक स्तर पर जासूसी कर रही हैं। भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं। व्हॉट्सएप ने कहा है कि वह एनएसओ समूह के खिलाफ मुकदमा करने जा रही है। यह इजरायल की निगरानी करने वाली कंपनी है।
समझा जाता है कि इसी कंपनी ने वह प्रौद्योगिकी विकसित की है जिसके जरिये अज्ञात इकाइयों ने जासूसी के लिए करीब 1,400 लोगों के फोन हैक किए हैं। चार महाद्वीपों के उपयोगकर्ता इस जासूसी का शिकार बने हैं। इनमें राजनयिक, राजनीतिक विरोधी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं। हालांकि, व्हॉट्सएप ने यह खुलासा नहीं किया है कि किसके कहने पर पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए हैं।