भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय चिकित्सा पद्धति हर व्यक्ति की रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने में कारगर है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्राथमिक रूप से हमें स्वयं प्रयास करने होंगे। इसके लिए व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें। साबुन और पानी से अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक धोएं। बिना धोए हाथों से अपनी आँखें, नाक और मुँह छूने से बचें। घर पर रहें। जो लोग बीमार हैं, उनके निकट सम्पर्क से बचें। मास्क का उपयोग करें। सर्दी व खांसी के मरीज साफ सुथरा रूमाल रखें और रोज बदलें। पानी खूब पिएं तथा पौष्टिक आहार का सेवन करें। पौष्टिक आहार और स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। खांसी व छींक आने पर मुँह व नाक पर रूमाल तथा टिशू पेपर का उपयोग करें।
आयुर्वेदिक उपाय
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से कहा है कि प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें। पूरे दिन केवल गर्म पानी पिएं। च्यवनप्राश 10 ग्राम (1 चम्मच) सुबह लें। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश लें। तुलसी 3 से 5 पत्तियां (एक लीटर पानी में), दालचीनी, कालीमिर्च, शुण्ठी (सूखा अदरक) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पिएं (स्वाद के अनुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू का रस मिला सकते हैं।), गोल्डन मिल्क -150ML, गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण दिन में एक से दो बार लें। हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोग करें। त्रिकुट पाउडर 5 ग्राम, तुलसी 3 से 5 पत्तियां 1 लीटर पानी में डालकर उबालें, आधा रहने पर आवश्यकता अनुसार घूंट-घूंट कर पिएं। प्रतिमर्स नस्य नाक के प्रत्येक नथुने में प्रतिदिन सुबह अणु/तिल तेल उंगली से लगायें।
होम्योपैथी प्रतिरोधक उपाय
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि होम्योपैथी में आर्सेनिक एल्बम 30 कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ रोग निरोधी दवा के रूप में प्रभावी है। इसकी एक डोज (4 से 5 सफेद गोली) प्रतिदिन खाली पेट तीन दिन तक लें। इसके पश्चात एक माह बाद पुन: ली जाना जरूरी है।
यूनानी प्रतिरोधक उपाय
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यूनानी उपायों की जानकादी देते हुए कहा कि यूनानी दवाओं में जोशांदा (काढ़ा) साम्रगी – बेहिदाना 3 ग्राम, उन्नाव 7 दाना, सपिस्तान 7 दाना, दालचीनी 3 ग्राम, बनफसा 5 ग्राम, बर्ज-ए-गोजाबान 7 ग्राम 1 लीटर पानी में डालकर उबालें, आधा रह जाने पर छान कर बार-बार घूँट-घूँट कर पियें।