बॉलीवुड फिल्मों में गाने के सवाल पर सोना महापात्रा ने दिया ये करारा जवाब
बॉलीवुड फिल्मों में गाने के सवाल पर सोना महापात्रा ने दिया ये करारा जवाब
अपनी रूहानी आवाज का जादू बिखेरने वाली सोना महापात्रा इन दिनों फिल्म ‘सांड की आंख’ में गाए गए एक गीत को लेकर चर्चा में हैं। हालांकि वह खुद को बॉलीवुड तक सीमित नहीं रखना चाहतीं। सोना का मानना है कि बॉलीवुड संगीत रिज्यूमे के लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन रॉक, फोक, पॉप, गजल, भजन, ठुमरी और सूफी संगीत आत्मा की संतुष्टि का जरिया है….
गायिका सोना महापात्रा ने लंबे समय बाद हाल ही में आई फिल्म ‘सांड की आंख’ में नई पीढ़ी के संगीतकार विशाल मिश्रा के साथ एक गाने के लिए सहयोग दिया। इस दौरान विशाल से मिली सबसे अच्छी प्रशंसा को याद करते हुए सोना कहती हैं, ‘मुझसे विशाल ने कहा, ‘सोना, तुम एक गीत में बहुत सारी क्रिया, व्यक्तित्व और चरित्र को निभाती हो, जिस तरह किशोर दा निभाते थे। किशोर कुमार एक कलाकार के रूप में मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा रहे हैं और इससे अधिक खुशी मुझे कोई और चीज नहीं दे सकती।’
43 वर्षीय इस गायिका ने सभी महिला एथलीटों को अपनी सफलता का जश्न मनाने के लिए यह गीत समर्पित किया है। सोना कहती हैं, ‘हमारे पास मैरीकॉम, दुती चंद, हेमा दास, विनेश फोगाट, दीपा करमाकर और पीवी सिंधु जैसी कई महिला खिलाड़ी हैं। भारत में महिलाएं खेलों में उपलब्धियां हासिल कर रही हैं। यह गीत उनके सच्चे समर्पण, प्रतिबद्धता और त्याग की अभिव्यक्ति है।’
सोना से जब पूछा गया कि बॉलीवुड में गाना गाने के लिए उन्हें पांच साल क्यों लग गए। इस पर वह कहती हैं, ‘मैं बॉलीवुड गानों की मोहताज नहीं हूं। मैं सबसे पहले एक भारतीय गायक हूं और फिर एक बॉलीवुड गायक। इसलिए यदि बॉलीवुड आपके रिज्यूमे के लिए अच्छा है, तो रॉक, फोक, पॉप, गजल, भजन, ठुमरी और सूफी संगीत आपकी आत्मा के लिए अच्छे हैं। मैंने कई क्षेत्रीय गीत भी गाए हैं और उनमें भी मैंने बहुत अच्छा किया है।
हालांकि, गायिका यह भी कहती हैं, ‘मैं इस चीज की सराहना करती हूं कि लोग बॉलीवुड से आकर्षित होते हैं। और जब कोई आकर्षक और सार्थक गीत मेरे पास आता है, तो मैं उसे जरूर गाती हूं।’
अपने आगामी प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए वह अपने प्रोडक्शन ‘शट अप सोना’ का उल्लेख भी करती हैं। इस फिल्म का गीत अपनी तरह का पहला, राजनीतिक संगीत है। कोई भी इसमें मेरी आवाज की जगह नहीं ले सकता।’
मैं इसके साथ दुनियाभर में पहचाने जाने और आने वाले दिनों में एक रचनात्मक कलाकार के रूप में आने वाली बाधाओं को तोड़ने के लिए उत्सुक हूं। मेरा मानना है कि कलाकारों को खुद को व्यक्त करने के लिए अलग-अलग तरीके खोजने की जरूरत है और मैं चाहती हूं कि आने वाले वर्षों में दर्शक मुझे एक ऐसी गायिका के रूप में जानें, जो अच्छे और सार्थक संगीत देती हो।