बहन-बेटियों की भावनाओं को आहत कर राजनैतिक रोटियां न सेके भाजपा: अभय दुबे
बहन-बेटियों की भावनाओं को आहत कर राजनैतिक रोटियां न सेके भाजपा: अभय दुबे
भोपाल, 9 दिसम्बर, 2019
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया उपाध्यक्ष अभय दुबे ने जारी एक बयान में बताया है कि इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती कि कोई पूर्व मुख्यमंत्री अपने राजनैतिक हितों को साधने के लिए किसी माँ की भावनाओं का इस हद तक इस्तेमाल करेगा।
बीते दिनों मनुआभान टेकरी लालघाटी कोहेफिजा भोपाल में हुए दुष्कर्म का संज्ञान लेते हुए 1 मई 2019 को पुलिस द्वारा एक मुकदमा दर्ज किया गया। संवेदनशील कमलनाथ सरकार की तत्परता की वजह से घटना स्थल का एफएसएल टीम द्वारा बारीकी से निरीक्षण किया गया तथा मृतिका की पीएम रिपोर्ट प्राप्त होने पर धारा 366, 376, 302, 201 पास्को एक्ट 2012 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया तथा आरोपी को तत्परता से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने इस प्रकरण में दिनांक 14 जुलाई 2019 को आरोपीगण के विरूद्व आरोप निर्धारित किये जाकर अभियोग पत्र क्रमांक 209/19 भी प्रस्तुत कर दिया गया तथा मृतिका के परिवार को शासन द्वारा 3 लाख रूपये की स्वेच्छानुदान राशि भी प्रदाय की गई। प्रकरण में डीएनए परीक्षण हेतु न्यायालिक विज्ञान प्रयोगशाला सागर भेजे गये। इतना ही नहीं प्रकरण में आरोपीगण के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य बनाने हेतु डीएनए सेम्पल 30 अगस्त 2019 को केंद्रीय न्यायिक विधि विज्ञान प्रयोगशाला दिल्ली भेजे गए। केंद्रीय भाजपा सरकार के अधीन इस विधि विज्ञान प्रयोगशाला से अब तक जांच रिपोर्ट हासिल नहीं हुई।
कमलनाथ सरकार प्रतिबद्ध है और आरोपीगण को कठोरतम सजा दिलाने के लिए संकल्पबद्ध है। मगर दुर्भाग्य है कि भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री ने इन तथ्यों को प्रकाश में लाये बगैर एक संवेदनशील मुद्दे पर राजनैतिक रोटियां सेंकने की कोशिश की जो निंदनीय है। क्या एक बार भी शिवराज जी ने केंद्र की भाजपा सरकार से इस बारे में बात की कि आखिर इतने दिनों तक डीएनए रिपोर्ट क्यों नहीं भेजी गई?
आज एक और बड़ा खुलासा करते हुए मप्र के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रतसिंह जी ने यह साक्ष्य भी सार्वजनिक किये है कि बीते दिनों सागर निवासी एक माँ के गले में अशोभनीय तरीके से बिजली के बिलों की माला पहनायी और मप्र के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने प्रचारित किया कि हजारों रूपये के बिजली के बिल इस महिला के आये हैं, जबकि सच्चाई यह है कि सागर की इस महिला का बिजली का बिल मात्र 96 रूपये आया है और यह महिला ‘इंदिरा गृह ज्योति’ योजना की लाभार्थि है।
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को विचार करना चाहिए कि उन्होंने अपनी सत्ता जाने की निराशा किस स्तर तक गिरकर प्रदर्शित करनी है। मप्र की जनता यशस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ जी और उनकी नीतियों में विश्वास करती है, वह ऐसे किसी भी भ्रामक दुष्प्रचार का शिकार नहीं होगी।