बच्चे पर्यावरण संरक्षण के सच्चे संवाहक, इन्हें जागरूक बनाना जरूरी
बच्चे पर्यावरण संरक्षण के सच्चे संवाहक, इन्हें जागरूक बनाना जरूरी
“एक पृथ्वी-पांडा फेस्ट-2020” में शामिल हुए स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी
भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शासकीय एमएलबी हायर सेकेण्डरी स्कूल, बरखेड़ा में आयोजित ‘एक पृथ्वी-पांडा फेस्ट-2020” में शामिल हुए। डॉ. चौधरी ने कहा कि बच्चे पर्यावरण संरक्षण के सच्चे संवाहक हैं। इन्हें जागरूक बनाना जरूरी है। उन्होंने पांडा फेस्ट आयोजन की सराहना की।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मानव जीवन का अस्तित्व कायम रखने के लिये पर्यावरण का संरक्षण किया जाना बहुत जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि जल, वायु और पेड़-पौधे ईश्वर प्रदत्त जीवनदायिनी बहुमूल्य प्राकृतिक सम्पदा हैं। इनका अंधाधुंध दोहन प्रकृति और जीवन, दोनों के लिये प्राणघातक हैं। इसे सख्ती से रोकना होगा।
प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और ईको सिस्टम के संतुलन के लिये बड़े पैमाने पर काम करने की आवश्यकता है। इसमें आम नागरिकों की भागीदारी बहुत जरूरी है। बच्चों को पर्यावरण संरक्षण यज्ञ से जोड़कर हम उनका भविष्य संवार सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों में पर्यावरण की रक्षा के लिये जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से वर्ल्ड वाइल्ड फेडरेशन द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयास से भविष्य में अच्छे परिणाम आयेंगे।
वर्ल्ड वाइल्ड फेडरेशन की डॉयरेक्टर श्रीमती संगीता सक्सेना ने बताया कि ‘एक पृथ्वी-पांडा फेस्ट” के माध्यम से पर्यावरण और वन्य-प्राणी सुरक्षा, जल-संरक्षण, ऊर्जा-संरक्षण, जैविक-खेती, जैव-विविधिता संरक्षण एवं पर्यावरण प्रदूषण से होने वाले खतरों से बचाने के लिये 5 विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इनमें बच्चों को जागरूक बनाना भी शामिल है, जिससे बच्चे खुद समाधान निकालकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कारगर प्रयास करें।
मंत्री डॉ. चौधरी ने फेस्ट में बच्चों को पुरस्कृत किया और उनके द्वारा बनाये गये मॉडल्स का निरीक्षण किया। फेस्ट-2020 में भोपाल एवं रायसेन जिले के 12 स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। इस मौके पर हाई स्कूल नांदौर जिला रायसेन के बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में होने वाले पांडा फेस्ट में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिये चुने गये हैं।