प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना एवं सेवाओं को उत्कृष्ट बनाया जाए- मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य अधोसंरचना एवं सेवाओं को उत्कृष्ट बनाया है जिससे कोरोना के उपरांत भी हम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे सकें। उन्होंने कहा कि यद्यपि प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के लिए 35 हजार बैड की व्यवस्था की गयी है, जो कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए पर्याप्त है, इसे बढ़ाकर 01 लाख किया जाए। जिलों में पदस्थ किए जाने वाले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अच्छी सेवाएं दें यह सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, एसीएस हैल्थ श्री मोहम्मद सुलेमान आदि उपस्थित थे।
अब 11 दिन में मरीज डिस्चार्ज हो सकेंगे
बताया गया कि आई.सी.एम.आर. की नई गाइड लाइन के अनुसार अब कोरोना निगेटिव आने पर 11 दिन में ही मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकेगा, पहले यह अवधि 14 दिन थी।
संक्रमित क्षेत्र पूरी तरह सील रहें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नीमच जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि संक्रमित क्षेत्र पूरी तरह सील रहें। संक्रमित मरीजों की पूरी कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करें। पूरी सावधानी रखें।
उज्जैन में 132 डिस्चार्ज हुए
उज्जैन जिले की समीक्षा के दौरान बताया गया कि वहां स्थिति बेहतर हुई है। आज तक 132 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं तथा संक्रमित मरीजों की संख्या 87 रह गई हैं। आरडी गार्डी अस्पताल की व्यवस्थाएं भी सुधर गई हैं। ट्रामा सेंटर में कोविड अस्पताल 3-4 दिन में प्रारंभ हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया।
पहला प्रकरण आया है, पूरी सावधानी रखें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीधी जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि वहां पहला प्रकरण आया है, पूरी सावधानी रखें, जिससे संक्रमण आगे न बढ़े। मरीज की कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कर सभी का टैस्ट करें। मुरैना जिले को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें नियमित किए जाने के निर्देश दिए गए। आगर-मालवा में अब कोई संक्रमित मरीज नहीं है।
14 लैब में 3467 टैस्ट
ए.सी.एस. हैल्थ श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि आज प्रदेश के 14 लैब में 3467 टैस्ट हुए तथा प्रदेश के बाहर के लैब में 1379 टैस्ट किए गए। इस प्रकार कुल 4846 टैस्ट किए गए। कुछ समय में हमारे 20 टैस्टिंग लैब क्रियाशील हो जाएंगे।
71 ट्रेन की मांग भेजी है, 15 की और भेज रहे हैं
प्रदेश में अन्य प्रदेशों से लौट रहे मजदूरों के विषय में अपर मुख्य सचिव श्री आईसीपी केशरी ने बताया कि अभी तक प्रदेश में 02 लाख 34 हजार मजदूर वापस आ गए हैं। बाहर से मजदूरों को लाने के लिए अभी तक रेल मंत्रालय को 71 ट्रेनों की मांग भेजी गई है तथा 15 ट्रेन की मांग और भिजवायी जा रही है।
पैदल चलने वालों को वाहन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि विभिन्न जिलों में पैदल चलने वाले मजदूरों को वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, इसके लिए पर्याप्त संख्या में बसें लगायी गयी हैं। सभी के भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है।
विद्यार्थियों के लिए भी ट्रेन की व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि यथासंभव विद्यार्थियों को भी ट्रेन से उनके गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था की जाए। प्रदेश के सभी स्थानों पर फंसे व्यक्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए ई-पास की व्यवस्था सुचारू रहे।
उपार्जन केन्द्रों पर न लगे भीड़
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपार्जन कार्य की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि उपार्जन केन्द्रों पर भीड़ न लगे। यदि आवश्यकता हो तो उपार्जन उप केन्द्र बनाये जायें। प्रमुख सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि अभी तक प्रदेश में 71 लाख 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा चुकी है, जिसमें से 60 लाख मीट्रिक टन का परिवहन भी किया जा चुका है। 7 लाख 5 हजार किसानों को 7 हजार 400 करोड़ रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है। प्रमुख सचिव कृषि श्री अजीत केसरी ने बताया कि प्रदेश में चना, मसूर, सरसो के उपार्जन का कार्य भी जारी हैं।