प्रदेश की स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने ठोस कदम उठाये जायेंगे : शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी
भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिये प्रतिबद्ध है। शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिये ठोस कदम उठाये जायेंगे।
डॉ. चौधरी आज यहाँ मिंटो हॉल में आयोजित दो दिवसीय स्टीम कॉन्क्लेव-2019 के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के स्कूलों की स्टीम पद्धति से प्रेरित होकर प्रदेश में इस पद्धति को लागू करने पर विचार करने के लिये ही स्टीम कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। दो दिवसीय कॉन्क्लेव में सामने आये सुझावों पर मंथन कर ‘स्टीम’ को लागू करने पर विचार किया जायेगा। डॉ. चौधरी ने कहा कि ‘स्टीम’ पद्धति के अंतर्गत साइंस, टेक्नालॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स, मैथेमेटिक्स को रूचिकर तरीके से पढ़ाया जाता है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में केवल स्कूल शिक्षा पर केन्द्रित कैबिनेट आयोजित की जायेगी, जिसमें स्कूल शिक्षा को बेहतर बनाने के लिये अहम् निर्णय लिये जायेंगे।
इस मौके पर प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने कहा कि शिक्षक का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है। हम आज जो भी हैं उसके पीछे हमारे शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने शिक्षकों से अपेक्षा की कि वे अपने काम की महत्ता समझते हुए पूरे मनोयोग से कर्त्तव्यों का निर्वहन करें।
समापन सत्र में पैनल डिस्कशन के अलावा शंकर महादेवन अकादमी से जुड़े संगीतकार श्री कार्तिक रमन द्वारा ‘संगीत से शिक्षा’ पर केन्द्रित सत्र में अत्यंत मनोरंजक तरीके से संगीत के माध्यम से गणित और अन्य विषयों के अध्यापन के संबंध में बताया गया। स्टीम कॉन्क्लेव में विधायक श्री लक्ष्मण सिंह के अलावा पूर्व प्राथमिक शिक्षा, प्रारंभिक शिक्षा, सेकेण्डरी शिक्षा और टीचर एजुकेटर्स सहित 500 प्रतिभागी भी शामिल हुए।