नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा- शुद्ध हवा सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री को ठोस कदम उठाने चाहिए
नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भयानक प्रदूषण से बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुद्ध हवा सुनिश्चित करने के लिए दूरदर्शी नेतृत्व का परिचय देते हुए पांच साल की राष्ट्रीय कार्य योजना तैयार करें।
बाल दिवस के मौके पर बच्चों के नाम लिखे खुले पत्र में सत्यार्थी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को वायु अधिनियम-1981 में संशोधन भी कराना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अब हमें ठोस कदम की जरूरत है। हमें प्रदूषण से निपटने के लिए समग्र, जवाबदेह और बाध्यकारी रणनीति बनानी होगी। सरकार, नेताओं, उद्योग जगत और समाज सभी लोगों की ओर से वास्तविक एवं सामूहिक प्रतिबद्धता की जरूरत है।’’
‘बचपन बचाओ आंदोलन’ (बीबीए) के संस्थापक ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री का आह्वान करता हूं कि वह अपने दूरदर्शी नेतृत्व का परिचय देते हुए वायु अधिनियम-1981 में संशोधन कराएं और पांच साल की राष्ट्रीय कार्य योजना तैयार करें ताकि शुद्ध हवा सुनिश्चित की जा सके।’’
उधर, बाल दिवस के मौके पर बाल अधिकारों के संरक्षण पर जोर देते हुए बीबीए तथा कुछ दूसरे संगठनों के सौजन्य से बृहस्पतिवार को दिल्ली एवं 20 अन्य राज्यों में मानव श्रृंखला बनाई गई।