नदी, तालाब, कुओं के संरक्षण-संवर्धन की ठोस रणनीति बनायें- मंत्री श्री पांसे
“जल जीवन मिशन” पर कार्यशाला में मंत्री श्री पांसे
भोपाल। मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने जल भवन में ‘जल जीवन मिशन’ क्रियान्वयन की कार्यशाला में कहा कि ग्रामीणों को घर तक नल से जल पहुँचाने की जिम्मेदारी को मिशन के रूप में निभायें। उन्होंने कहा कि नदी, तालाब और कुओं के संरक्षण और संवर्धन की ठोस रणनीति बनायें। श्री पांसे ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘राईट टू वाटर एक्ट’ के जरिये सम्पूर्ण आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की सार्थक पहल की है। इस मिशन का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों है।
मंत्री श्री पांसे ने अधिकारियों से कहा कि जल मिशन योजना के अन्तर्गत न सिर्फ लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित हो बल्कि योजनाओं से ग्रामीणों को दीर्घकालीन लाभ भी मिले। उन्होंने कहा कि योजना में आमजनों की सक्रिय सहभागिता और वित्तीय भागीदारी भी सुनिश्चित की जायेगी।
प्रमुख सचिव श्री संजय कुमार शुक्ला ने कहा कि ग्रामीण परिवारों को गुणवत्तायुक्त पेयजल घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण जरूर है लेकिन बेहतर प्लानिंग से इसे सफल बनाया जा सकता है। भारत सरकार के जल एवं स्वच्छता मंत्रालय के उप सचिव श्री मनोज साहू ने कहा कि जल-गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिये हर गाँव में 5 महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से गुणात्मक जल परीक्षण का प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। साथ ही, जिला एवं उपखण्ड स्तर पर कार्यरत जल परीक्षण प्रयोगशालाओं का चरणबद्ध तरीके से नेशनल ऐक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग केलिब्रेशन लेबोरेटरीज (NABL) से प्रमाणीकरण कराया जायेगा।
कार्यशाला में प्रमुख अभियंता श्री सी.एस. संकुले, प्रमुख अभियंता (सलाहकार) श्री के.के. सोनगरिया, जल निगम के निदेशक श्री बी.एम. सोनी सहित सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।