भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में मार्तण्ड स्कूल क्रमांक-1 के प्रांगण में आयोजित दिव्यांगजन उपकरण वितरण शिविर एवं नवजीवन अभियान का पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन तथा कन्यापूजन कर शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज के अभिन्न अंग हैं। अगर कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण उपलब्ध कराया जाये तो ये भी नये उमंग एवं उत्साह के साथ अपना सामान्य जीवन जी सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरों की सेवा और सहायता करना बहुत बड़ा मानव धर्म है। इसे रीवा के जिला प्रशासन ने चरितार्थ कर दिया है। शिविर के माध्यम से दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग, उपकरण प्रदान कर इनका जीवन बदल दिया है। दिव्यांगता शिविर के माध्यम से 5057 दिव्यांगों को चिन्हित कर चार करोड़ 81 लाख रूपये के 8081 सहायक उपकरण वितरित किये गये। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के कल्याण के क्षेत्र में रीवा जिले को अग्रणी जिला बनाना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि दिव्यांगजनों को शासन की हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ देकर उन्हें आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाये। नर सेवा नारायण सेवा से बड़ी सेवा है, इसके लिये उन्होंने जिला प्रशासन एवं समस्त विधायकों को हार्दिक धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कनौजी के राजनाथ साकेत, नवल किशोर कुशवाहा, महेश कोल, विनोद पटेल, लालमणि मिश्रा, विनोद पटेल, रावेन्द्र सिंह को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल की चाबी प्रदान की। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने हेतु नवाचार प्रारंभ कर नवजीवन अभियान के तहत माण्डवी चौधरी, संतोषी बहेलिया, सृष्टि चौधरी, आनंदी बैरिया एवं दिशा शिल्पकार को पोषण आहार, स्वच्छता एवं दवाई की किट वितरित की।
शिविर में सांसद श्री जनार्दन मिश्रा, विधायक रीवा एवं पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, विधायक सेमरिया श्री केपी त्रिपाठी, विधायक त्योंथर श्री श्यामलाल द्विवेदी, विधायक देवतालाब श्री गिरीश गौतम, जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। शिविर में रीवा संभाग के कमिश्नर श्री राजेश कुमार जैन, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, पुलिस अधीक्षक श्री राकेश कुमार सिंह, आयुक्त नगर निगम श्री मृणाल मीणा, संयुक्त कलेक्टर श्री शैलेन्द्र सिंह, संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय श्री अनिल दुबे, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती ऊषा सिंह सोलंकी तथा बड़ी संख्या में दिव्यांग व आमजन उपस्थित रहे।