जामिया में गोलीबारी देश की सत्ता पर घृणा काबिज होने का प्रमाण है : कांग्रेस
जामिया में गोलीबारी देश की सत्ता पर घृणा काबिज होने का प्रमाण है : कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर एक युवक द्वारा गोली चलाने की घटना को लेकर बृहस्पतिवार को नरेंद्र मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए दावा किया कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि देश की सत्ता पर घृणा काबिज है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यह आरोप भी लगाया कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर विफल रहने के बाद अब यह सरकार देश को बांटने की राजनीति कर रही है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जामिया में जो हुआ है वह नफरत के माहौल का प्रकटीकरण है। दिनदहाड़े और सैकड़ों लोगों के सामने गोलीबारी यह दिखाती है कि माहौल विषैला हो गया है।’’ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘जिस घृणा ने महात्मा गांधी की जान ली, आज वह घृणा भारत की सत्ता पर काबिज है। राष्ट्रीय राजधानी में जो घटनाक्रम हुआ है, वह इस बात को प्रमाणामित करता है। सुनियोजित तरीके से वही माहौल बनाया जा रहा है जिसके खिलाफ लड़ते-लड़ते महात्मा गांधी ने जान दे दी।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ क्या यह पूरे देश के ध्रुवीकरण का प्रयास है ? क्योंकि सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि अर्थव्यवस्था का क्या होगा? या फिर यह दिल्ली चुनाव के लिए है?’’ गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर एक व्यक्ति ने पिस्तौल से गोली चला दी और हथियार लहराते हुए आराम से निकल गया। पुलिस की भारी संख्या में तैनाती के बीच उसने ‘ये लो आजादी’ का नारा भी लगाया। हालांकि बाद में व्यक्ति को पुलिस ने पकड़कर हिरासत में ले लिया।