जम्मू-कश्मीर के प्रमुख नेताओं को नजरबंद रखने की वजह बताए मोदी सरकार : कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक होने का पूरी दुनिया में ढिंढोरा पीट रही मोदी सरकार को बताना चाहिए कश्मीर को देश का अभिन्न हिस्सा बनाए रखने में योगदान देने वाले मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में किस कारण से रखा गया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा के सभी नेता हिरासत में हैं।
इन नेताओं ने कश्मीर को देश का हिस्सा बनाए रखने के लिए लगातार काम किया है और अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन नेताओं को हिरासत में रखने का कोई औचित्य नहीं है और सरकार को बतना चाहिए कि उन्हें किस वजह से नजरबंद रखा गया है। पवन खेड़ा ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ ठीक नहीं है।
वहां फोन की घंटी नहीं बज रही है, अस्पतालों में दवाइयां नहीं हैं और बिजली नहीं होने से लोग परेशान हैं। मोबाइल सेवा और मोबाइल डाटा सेवा वहां बंद है। लोग अपनों से बात नहीं कर पा रहे हैं। यूरोप के सांसदों को वहां भेजा जा रहा है लेकिन देश के सांसदों को वहां जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्य धारा के नेताओं को हिरासत में रखने की कोई वजह नहीं है। आश्चर्य की बात यह है कि डॉ़ फरूख अब्दुला जैसे लोग बंद है। यह वही फारूक अब्दुल्ला है जो अटल विहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे हैं। वह लोकसभा सदस्य हैं और सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है।
फारूक अब्दुल्ला चुने हुए प्रतिनिधि के नाते कश्मीर के लोगों की आवाज उठाते लेकिन वह नहीं उठा पाएंगे। उन्हें अलगाववादियों की श्रेणी में लाकर हिरासत में रखा गया हैं। उनका एक भी ट्वीट भड़काने वाला नहीं है फिर भी वह हिरासत में हैं।