जनता के लिये घर पहुँच सेवा शुरू करें बैंक : मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संकट के चलते प्रदेश में लॉकडाउन की स्थिति है। कई स्थानों को सील भी किया जा चुका है। ऐसे में जनता को आवश्यकता के लिए नगद राशि उपलब्ध कराने के लिए बैंके घर पहुँच सेवा प्रदान करें। खाताधारकों को विभिन्न शासकीय योजनाओं की राशि गाँव में ही निकालने की सुविधा भी प्रदान की जाए। बैंकों के ए.टी.एम. में पैसे रहें। डिजिटल भुगतान को प्रेरित किया जाए। इस कार्य के लिए बैंक अपनी शाखावार तथा ग्रामवार माइक्रो प्लानिंग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में बैंकों की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के संयोजक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के फील्ड महाप्रबंधक श्री एस.डी. माहुरकर एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैंकों में हों सभी सुरक्षात्मक उपाय
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना संकट के चलते सभी बैंकों में मॉस्क, सेनेटाईजर, ग्लब्स आदि सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं। लेन-देन के समय बैंक कर्मचारी एवं ग्राहकों के बीच पर्याप्त दूरी रखी जाए। सभी बैंककर्मी अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें। बैंक शाखाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक बार में कम संख्या में ग्राहकों को प्रवेश दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि बड़े शहरों में एक ही इलाके में कुछ बैंकों की अधिक शाखाएं रहती हैं। इसलिये शाखाओं को मिलाकर एक शाखा चालू रखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि इनमें काउंटर अधिक बनाकर भीड़ कम की जा सकती है।
पुलिस की हो व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बैंक की शाखाओं में ग्राहकों की संख्या को नियंत्रित करने एवं भीड़ न लगने देने के लिए बैंक के सुरक्षाकर्मियों के साथ स्थानीय पुलिस की भी व्यवस्था की जाए। इस कार्य को संबंधित जिले के कलेक्टर सुनिश्चित करें।
अप-डाउन रोका जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बैंकर्स शहर से गाँव में तथा गाँव से शहर में अप-डाउन करते हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के मद्देनजर इसे रोका जाए।
बी.सी. एवं कियोस्क के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के मद्देनजर बैंकिंग करस्पाँडेंट एवं कियोस्क के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं सुनिश्चित की जाएं। साथ ही शहरों में मोबाइल वैन, ए.टी.एम. के माध्यम से तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्ट ऑफिस एवं ग्रामीण डाक सेवकों के माध्यम से भी बैंकिंग सेवाएं दी जाएं। बताया गया कि बैंकों द्वारा 10 हजार 343 बी.सी. के माध्यम से गाँव-गाँव जाकर राशि भुगतान का माईक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है।
समय पर खुलें कियोस्क
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रामीण एवं उप-नगरीय क्षेत्रों में बैंकों द्वारा संचालित किए जाने वाले कियोस्क निर्धारित दिन एवं समय पर खुलें, जिससे जनता द्वारा उनके माध्यम से आवश्यकतानुसार राशि निकाली जा सके। बैंक अधिकारी ने बताया कि बैंकों द्वारा भुगतान के लिए प्रदेश में 16 हजार 700 फिक्स पाईंट (कियोस्क) ग्रामीण एवं उप नगरीय क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, प्रदेश में लगभग 8 हजार 500 ग्रामीण पोस्ट ऑफिस तथा लगभग 9 हजार ग्रामीण डाक सेवक कार्यरत हैं। इनके माध्यम से भी बैंकिंग सेवाएं ग्रामों में प्रदाय किए जाने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षित है आपका पैसा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि कुछ लोग इस प्रकार की अफवाह फैला रहे हैं कि बैंकों में पैसे की कमी आ जाएगी। ऐसा बिल्कुल नहीं है। आपका पैसा बैंकों में सुरक्षित है। आप जब चाहें, अपना पैसा निकाल सकते हैं। प्रदेश में बैंकिंग सेवाएं सुचारू रहेंगी।
हितग्राहियों को न हो पैसे निकालने में दिक्कत
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी समय में रबी की खरीदी प्रदेश में होगी। इस दौरान लगभग 25 हजार करोड़ रूपए किसानों के बैंक खातों में आएगा। बैंकर्स यह सुनिश्चित करें कि बैंकों में नगद उपलब्ध रहे, बैंक नियमित रूप से खुलें तथा पैसा निकालने में लोगों को कोई परेशानी न हो।
बी.सी. का समय 12 घंटा तथा बैंक का समय 6 घंटे
बैंक अधिकारी ने बताया कि बैंकिंग सेवाओं के लिए बैंक करस्पाँडेंट के कार्य का समय सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक 12 घंटे कर दिया गया है। वहीं लॉकडाउन के दौरान सभी जिलों में बैंकों के कार्य का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक रहेगा। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने बैंकर्स को आश्वस्त किया कि बैंकों के कार्य में किसी प्रकार की रूकावट किसी जिले में नहीं आने दी जाएगी।
9 हजार 405 ए.टी.एम. 24 x 7 चालू
बैंक अधिकारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान में प्रदेश में सभी बैंकों की कुल 7 हजार 800 शाखाएं ग्राहकों को नगद जमा, नगद की निकासी, राशि का अंतरण एवं चैक क्लियरिंग की सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। सभी बैंकों के प्रदेश में कुल 9 हजार 405 ए.टी.एम. हैं, जो कि 24 X 7 चालू रहते हैं। सभी में नगद की उपलब्धता है।