छह माह में लगभग 28 लाख मेटिक टन कोयला नहीं दिया: उर्जामंत्री श्री प्रियव्रत सिंह

छह माह में लगभग 28 लाख मेटिक टन कोयला नहीं दिया: उर्जामंत्री श्री प्रियव्रत सिंह
13 साल सीएम रहे शिवराज, आम जनता को फायदा दिया आखरी छह माह में
पूर्व मुख्यमंत्री की कथनी करनी में बडा अंतर

भोपाल 19 अक्टूबर, 2019
मध्यप्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी को प्रतिदिन लगभग 64 हजार मेटिक टन कोयले की आवश्यकता होती है, जिसके विरूद्ध भारत सरकार द्वारा सिर्फ 48 हजार मेटिक टन कोयले की पूर्ति की जा रही है। 6 माह में लगभग 28 लाख मेटिक टन कोयला केंद्र सरकार द्वारा नहीं दिया गया। उर्जामंत्री श्री प्रियव्रत सिंह द्वारा यह जानकारी दी गई। श्री सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान से आग्रह किया है कि केंद्र सरकार से प्रदेश के हिस्से का कोयला लेकर आएं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान कोे बयानबाजी-चुनावी भाषण के बजाय ठोस कार्य के लिए सहयोग करना चाहिए। उर्जामंत्री श्री सिंह ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री के 13 साल के शासन में बिजली कंपनियां 47 हजार करोड़ के घाटे में पहुंच गई हैं।
भाजपा शासन में कुप्रबंधन के कारण बिजली कंपनियों की वित्तीय हालत बिगडती चली गई। जबकि कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली कंपनियों में सुधार के लिए कई कार्यक्रम व प्रयास किए गए है। कांग्रेस सरकार ने अपने शुरूआती कार्यकाल में ही गरीब, पिछडे, अनुसूचित जाति-जनजाति व समाज के सभी वर्गों के लिए इंदिरा गृह ज्योति योजना प्रारंभ की है।
अक्टुबर माह में 93 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को योजना का लाभ मिला है। सौ यूनिट सौ रूपए की योजना से उपभोक्ताओं के बिल सौ रूपए तक किए गए है।
उर्जामंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान 13 साल सीएम रहे और कहते हैं, ‘‘बिल मैंने 200 रूपया कर दिया था’’ ऐसे कहते है जैसे पूरे 13 वर्ष किया हो, पर किया सिर्फ 6 महिने के लिए, जून 2018 से सरकार गिरने तक।

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