भोपाल । भोपाल के लिए यह एक बड़ी और अच्छी खबर आई है कि आज कोरोना संक्रमण से पीड़ित 28 लोग चिरायु अस्पताल से पूर्णतः स्वस्थ होकर अपने घर के लिये रवाना हो गए। जिला प्रशासन की ओर से इन सभी का फूल-मालाओं और वाटर केनन सेल्यूट से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ. रूबी खान ,नरेंद्र जायसवाल, सौरभ पुरोहित,हिमांशु जायसवाल और डॉ रंजना गुप्ता से फोन पर बातचीत कर उनका हालचाल पूछा और कोरोना से जंग जीतने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आप सभी के माध्यम से में प्रदेश की जनता को संदेश देना चाहता हूं कि कोरोना का इलाज संभव है। आप सभी लोग इस जंग को जीतकर आए हैं, आप सभी अपना क्वारेंटाइन पीरियड खत्म करके पूर्ण स्वास्थ होकर आएं और आमजनता को जागरूक करें और जनता को स्वस्थ रखने में अपना अमूल्य योगदान दें । आप सभी का अभिनंदन है।
कोरोना मुक्त हुए व्यक्ति
आज डिस्चार्ज हुए 28 लोगों में डॉ रूबी खान, श्रीमती रजनी अहिरवार, मोहम्मद मन्नून, डॉ रंजना गुप्ता, शाद आजम, समुन शाद, काये अब्बास, गुफरान,अब्दुल्लाह, नसीम अहमद, उमरुद्दीन, इमरान हुसैन, मोह हामदी, सुलेमान सिनाबा, इरफान खान, अजादुलिस्लाम, मोहम्मद अर्शद, हिमांशु जायसवाल, बृजबाला देशमुख, धर्मेंद्र सिंह ,प्रमोद गोयल, कैलाश बुंदेला ,सुनील मुकाती, नरेंद्र जायसवाल, सौरभ पुरोहित, मुकेश सिंह, मोहम्मद सोहेल अंसारी और मोहम्मद उमर शामिल थे। इन सभी ने मध्यप्रदेश शासन, जिला प्रशासन और उनकी टीम को उच्च-स्तरीय स्वास्थ सेवाएं तथा त्वरित इलाज के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
चिरायु अस्पताल के संचालक डॉ. अजय गोयनका की पत्नी ने स्वयं अपने हाथ से फूलों का गुलदस्ता बनाकर सभी कोरोन मुक्त व्यक्तियों को भेंट किया। नगर निगम की फायर ब्रिगेड वाहन द्वारा सभी को वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया।
डॉ. गोयनका ने बताया कि उनके अस्पताल में 215 कोरोना मरीज इलाज के लिए आए हैं और सभी स्वस्थ हैं। इनके इलाज के लिए विशेष प्रकार से अलग टेस्ट कराए जा रहे हैं। इनका तीन बार रूटीन चेकअप किया जाता है। इसके साथ ही, इन्हें प्रोटीन की कमी ना हो, इसके लिए दो बार दूध और दो अंडे दिए जा रहे हैं। जो व्यक्ति अंडे नहीं खाते हैं, उनके लिए प्रोटींस बिस्किट भी प्रदान किए जा रहे हैं। विशेष रूप से यह ध्यान रखा जा रहा है कि इन को किसी भी प्रकार से ऑक्सीजन की कमी ना हो। डॉ. गोयनका ने बताया कि कोरोना वायरस ऑक्सीजन से कमजोर होता है। अस्पताल में कोई भी मरीज गम्भीर नहीं है। सभी मरीज स्वस्थ हैं और ऑक्सीजन के माध्यम से इनका इलाज हो रहा है।
डॉ. गोयनका ने बताया कि मरीजों का लगातार परीक्षण किया जा रहा है परीक्षण के दौरान मरीजों को तीन श्रेणियों में रखा गया है। ये श्रेणी हैं माइल्ड, मोडरेट और सीवर कंडीशन। कोरोना पीड़ित सभी मरीजों को पानी पिलाया जा रहा है। जो व्यक्ति मुंह से पानी नहीं पी सकते हैं, उनको आईबी के माध्यम से पानी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। यह एक सामान्य बीमारी की तरह हैं।