भोपाल । किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने आज चना, मसूर एवं सरसों के उपार्जन संबंधी समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि खरीदी का कार्य मण्डी शेड में ही किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जहाँ पर चना उपार्जन का कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है, वहाँ उपार्जन कार्य जारी रखा जाये।
मंत्री श्री पटेल ने ग्रीष्मकालीन मूँग की फसल का पंजीयन 25 जून तक करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चना, मसूर, सरसों की खरीदी की तिथि भारत सरकार की समर्थन मूल्य नीति के अनुसार 29 जुलाई तक होना संभावित है। इसे दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाये। बैठक में मंत्री श्री पटेल ने धार कलेक्टर द्वारा 6 जून को खरीदी कार्य बंद करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।
मंत्री श्री पटेल ने परिवहन कार्य में लापरवाही बरतने वाले ट्रांसपोर्टरों से राशि काटने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन-जिन स्थानों पर परिवहन कार्य 72 घटे से अधिक देरी से प्रारंभ हुआ है, वहाँ अनिवार्य रूप से ट्रांसपोर्टरों से राशि काटी जाये। श्री पटेल ने बैठक में गत वर्ष प्रायवेट वेयर-हाउस पर बनाये गये खरीदी केन्द्रों, आधा प्रतिशत कमीशन राशि प्राप्त करने वाले वेयर-हाउस, वेयर हाउसों को दी गई राशि संबंधी समस्त जानकारी उपलब्ध कराये जाने के निर्देश प्रमुख सचिव, सहकारिता को दिये।
मंत्री श्री पटेल ने मण्डी एक्ट में संशोधन के उपरांत सहकारी समितियों को उपार्जन से प्राप्त होने वाली राशि और होने वाले नुकसान का आकलन कराये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समितियों को नुकसान न हो, इसके लिये आवश्यक प्रबंध किये जायें। बैठक में प्रमुख सचिव, सहकारिता श्री शिवशेखर शुक्ला, एम.डी. मार्कफेड श्री पी. नरहरि, संचालक, कृषि श्री संजीव सिंह और अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।