भोपाल । मध्यप्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने आज मंत्रालय से रीवा संभाग के व्यापारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना संकट काल में गरीबों की सेवा ही मानवता की सच्ची सेवा है। उन्होंने व्यापारियों द्वारा इस संकट-काल में की गई गरीबों की सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया। मंत्री श्री पटेल ने व्यापारियों से कहा कि वे उनकी समस्याओं का निराकरण करने का हर संभव प्रयास करेंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मंत्री श्री पटेल ने व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे कृषि विभाग संबंधी समस्याओं का तत्काल निराकरण करेंगे। अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों से चर्चा करेंगे। यदि आवश्यकता हुई तो मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान से भी चर्चा कर व्यापारियों की समस्याओं के निवारण के लिए प्रयास किए जाएंगे।
इसके पूर्व रीवा संभाग के सिंगरौली, उमरिया, सतना, रीवा, सीधी के व्यापारियों ने बताया कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण व्यापार बंद पड़े हुए हैं। उन्हें ऋण की क़िस्तों को भरने में दिक्कत आ रही है। अतः 3 महीने के लिए ईएमआई भरने से छूट दिलवाई जाए। व्यापारियों ने जबलपुर, इंदौर और भोपाल में फँसे हुए छात्रों को वापस घर पहुँचाने के लिए आवश्यक प्रबंध करने में मदद का अनुरोध किया। व्यापारियों ने बिजली के बिलों को माफ करवाने अथवा मिनिमम रीडिंग वाले बिल भरे जाने के लिए बिजली विभाग से आवश्यक निर्देश प्रदान करने का आग्रह किया। इस संबंध में कृषि मंत्री ने मुख्यमंत्री से चर्चा करने के लिए व्यापारियों को आश्वस्त किया है। सतना राइस मिल एसोसिएशन द्वारा गरीबों को चावल वितरण करने पर उन्हें बधाई दी।
मंडी एक्ट में संशोधन कर व्यापारियों को सुविधा उपलब्ध कराई
कृषि मंत्री श्री पटेल ने बताया कि सरकार बनने के बाद व्यापारियों को पूरे प्रदेश में खरीदी की छूट दी गई है। व्यापारिक क्षेत्र को बढ़ाया गया है। ई-ट्रेडिंग की सुविधा दी गई है। इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। व्यापार के नए अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि किसान और व्यापारी एक गाड़ी के दो पहिए हैं। दोनों साथ मिलकर चलेंगे तो विकास को और अधिक गति मिलेगी।
मंडी एक्ट संशोधन पर व्यापारियों ने दी बधाई
बैठक में रीवा संभाग के व्यापारियों ने मंडी एक्ट में संशोधन पर मुख्यमंत्री श्री चौहान और कृषि मंत्री श्री कमल पटेल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे व्यापारियों और किसानों, दोनों को ही फायदा होगा। व्यापारी किसानों के घर और खेतों तक पहुंचकर खरीदी कर सकेंगे, वहीं किसानों को अपना अनाज लेकर बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा इस तरह से दोनों को ही लाभ होगा और सचमुच कृषि को लाभ का धंधा बनाने में मदद मिलेगी।