भोपाल । प्रदेशवासियों को कोरोना से बचाने के लिये राज्य लघु वनोपज संघ ने आयुष विभाग को 27 करोड़ 51 लाख 57 हजार रुपये मूल्य की आयुर्वेदिक औषधियों का प्रदाय किया है। आयुष विभाग द्वारा दिये गये कार्य आदेश पर लघु वनोपज संघ ने युद्ध स्तर पर औषधियों का उत्पादन किया, उसी गति के साथ आयुष विभाग ने जनसामान्य में कोरोना रक्षक औषधियों का नि:शुल्क वितरण भी किया।
कोरोना प्रतिरोधात्मक औषधियों में त्रिकटू चूर्ण, अणु तेल, आरोग्य कसायम और संशमणि वटी शामिल है। इन औषधियों से खाँसी, बुखार, गला-नाक के संक्रमण ठीक होने के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलती है। भोपाल के बरखेड़ा पठानी स्थित लघु वनोपज प्रसंस्करण केन्द्र द्वारा प्रारंभिक लॉकडाउन अवधि में उच्च गुणवत्तायुक्त कच्चे माल की आपूर्ति को निरंतर जारी रखने के साथ समय-सीमा में उच्च गुणवत्तायुक्त आयुर्वेदिक औषधियों का उत्पादन कर कोरोना संकट काल में अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
राज्य लघु वनोपज प्रसंस्करण अनुसंधान केन्द्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य असंगठित वनांचलों के लघु वनोपज संग्रहणकर्ताओं को लघु वनोपज का बाजार उपलब्ध करवाना और उत्कृष्ट गुणवत्तायुक्त आयुर्वेदिक औषधियों का निर्माण रहा है।