कोरोना की मैदानी स्थिति जानने मुख्यमंत्री श्री चौहान पहुँचे ग्वालियर-मुरैना
भोपाल । ग्वालियर एवं मुरैना में कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को ग्वालियर एवं मुरैना पहुँचे। उन्होंने यहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों, चिकित्सा अधिकारियों, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय प्रशासन द्वारा कोरोना नियंत्रण के लिये संचालित गतिविधियों, व्यवस्थाओं के साथ उपचाररत रोगियों से भी संवाद किया। ग्वालियर-मुरैना भ्रमण के दौरान गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी साथ थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर और मुरैना जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ग्वालियर जिले में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण है। यहां की मृत्यु दर भी काफी कम है, जिसका एक कारण यहां के निवासियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना है। परंतु पिछले कुछ दिनों से थोड़ा संक्रमण बढ़ा है। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य इस संबंध में वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कार्य करें। संक्रमण बिल्कुल नहीं फैलना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना इलाज के लिए चयनित अस्पतालों एवं आइसोलेशन सेंटर्स में कम से कम 4 हजार बिस्तरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित सभी चिकित्सकीय इंतजाम पुख्ता होने चाहिए। अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी अस्पताल निर्धारित रहे।
बैठक में बताया गया कि ग्वालियर जिले में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए पूल सैंपलिंग का काम प्रमुखता से किया जा रहा है। अब तक 9 हजार पूल सैंपल में से मात्र 25 कोरोना संक्रमित मिले हैं। ग्वालियर में सामुदायिक संक्रमण जैसी कोई स्थिति नहीं है। ग्वालियर जिले में कोरोना संक्रमण का प्रतिशत 2.8 है। अब तक कुल 29 हजार की जांच हो चुकी है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर प्रवास के दौरान मोतीमहल स्थित एकीकृत कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर भी पहुँचे। मुख्यमंत्री ने कंट्रोल एण्ड कमांड सेंटर की क्रियाविधि समझी। साथ ही यहाँ से वीडियो कॉलिंग के जरिए कोरोना संक्रमित मरीज श्रीमती मनोरमा बाथम से चर्चा कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने खासतौर पर कंट्रोल सेंटर में प्राप्त शिकायतों के निराकरण, लॉकडाउन हटने के बाद मॉनीटरिंग व्यवस्था एवं संक्रमित मरीजों का फॉलोअप इत्यादि के बारे में जानकारी ली। बताया गया कि इस नियंत्रण कक्ष से सहायता प्राप्त करने के लिए 24X7 हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किये गये हैं। कंट्रोल रूम में अब तक 30 हजार शिकायतें व माँग दर्ज हो चुकी हैं। कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर में विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस को लेकर किये जा रहे अपडेट और गाइडलाईन के अनुसार ग्वालियर जिले में कोरोना के प्रभाव को रोकने का सफल प्रयोग किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पहुचकर भर्ती कोविड-19 के मरीजों से व्हीसी के माध्यम से चर्चा कर उनकी कुशलक्षेम पूछी और शीघ्र स्वस्थ होकर अपने घर वापस जाने की ईश्वर से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहन ने मरीज श्रीमती दुर्गा एवं श्री अभय जैन से चर्चा करते हुए उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली।
श्री चौहान ने कहा कि हमारे चिकित्सक, पैरामेडीकेल स्टाफ, नर्सेस आदि अपनी जान की परवाह किये बिना कोरोना योद्धा के रूप में मरीजों का उपचार एवं सेवा कर रहें है, ये सभी बधाई के पात्र हैं।
मुरैना में पुख्ता रणनीति आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि मुरैना में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण हो रहा है। पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। कोरोना सेम्पलिंग में वृद्धि की जाये, जिससे समय रहते कोरोना संक्रमितों की पहचान की जाकर उनका समुचित उपचार पुख्ता रणनीति के साथ सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जिले की सीमा पर विशेष निगरानी रखी जाये, बिना स्क्रिनिंग के जिले की सीमा में किसी को न आने दिया जाये।
केन्द्रीय पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाना कोई समाधान नहीं है। लॉकडाउन की एक सीमा होती है। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर लोगों को पूरी तरह से जागरूक करें, तभी हम कोरोना की चैन को तोड़ पायेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने चिकित्सकों से कहा कि कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या से घबराये नहीं उनका समुचित उपचार करें। उपचार में लगने वाली सभी व्यवस्थाएँ शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को रेफर न करना पड़े। मुरैना जिले में संक्रमित व्यक्तियों के कॉन्टेक्ट में आए व्यक्ति एवं सामुदायिक संक्रमण का पता लगाने के लिये सेम्पलिंग का काम प्रमुखता से किया जा रहा है। अब तक लगभग 9 हजार 90 सेम्पल कराए गए हैं, जिनमें 945 कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिसमें ऐक्टिव मरीज 464 हैं तथा 476 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, मरीजों के ठीक होने की दर भी लगातार बढ़ रही है।