भोपाल । केन्द्रीय खेल सचिव श्री राधेश्याम जुलानिया ने कहा है कि मध्यप्रदेश को राज्य सरकार के सहयोग से ओलम्पिक 2028 के लिए नेशनल सेंटर ऑफ एक्सिलेन्स बनाया जायेगा। उन्होंने अकादमी के खिलाड़ियों से अपेक्षा की कि ओलंपिक-2024 में देश को चार मेडल अवश्य दिलाएं। श्री जुलानिया ने आज मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी का निरीक्षण करते हुए यह बात कही। उन्होंने अकादमी में राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी देखा।
श्री राधेश्याम जुलानिया ने साई खेल प्रक्षेत्र पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों से चर्चा की। इस मौके पर संचालक खेल और युवा कल्याण डॉ. एस.एल. थाउसेन, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के क्षेत्रीय निदेशक श्री अजीत सिंह, एनआरएआई के संयुक्त महासचिव श्री पवन सिंह और शूटिंग के मुख्य प्रशिक्षक श्री मनशेर सिंह उपस्थित थे।
केन्द्रीय खेल सचिव ने 10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर शूटिंग रेंज का निरीक्षण किया। उन्होंने ट्रेप और स्कीट रेंज पहुंचकर खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखा। साथ ही, शूटिंग खिलाड़ियों और उनके प्रदर्शन के संबंध में अधिकारियों तथा खेल प्रशिक्षकों से चर्चा की। श्री जुलानिया ने प्रशासनिक भवन का अवलोकन किया और खिलाड़ियों तथा आफिशियल्स के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। शूटिंग रेंज में गुणवत्तापूर्ण कार्यों की सराहना करते हुए श्री जुलानिया ने एनआरएआई के संयुक्त महासचिव श्री पवन सिंह से कहा कि सभी राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिताएं इस अकादमी में हों, ऐसे प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि केन्द्र मध्यप्रदेश में खेलों के विकास के लिए हरसंभव सहयोग देगा।
खेल संचालक डॉ. थाउसेन ने बताया कि खिलाड़ियों को आत्म-निर्भर बनाने के उद्देश्य से स्पोर्ट्स पर्सन कैरियर डेवलपमेंट प्रोग्राम तैयार किया जा रहा है। इस प्रोग्राम में खिलाड़ियों को उनकी रूचि से संबंधित विधा का प्रशिक्षण देकर आत्म-निर्भर बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को प्रशिक्षक, स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट, स्पोर्ट्स फीजियोथैरेपी, स्पोर्ट्स कॉमेंटेटर, अंपायर, रैफरी, स्पोर्ट्स फोटोग्राफर, कंप्यूटर ऑपरेटर, मॉडलिंग, स्पोर्ट्स जिम ट्रेनर इत्यादि विधाओं में ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।