भोपाल । मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर लक्ष्य से ज्यादा गेहूँ उपार्जन हो चुका है। इस वर्ष 100 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जन के निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध अभी तक 104 लाख मीट्रिक टन गेहू खरीदा जा चुका है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लक्ष्य भले ही पूरा हो गया हो परन्तु किसानों का पूरा गेहूँ खरीदा जायेगा। किसानों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आगे खरीदी की सभी व्यस्थाएं की जा रही हैं। किसान धैर्य रखें उनका पूरा गेहूँ सरकार खरीदेगी।
अभी तक समर्थन मूल्य पर लगभग 13 लाख किसानों से गेहूँ खरीदा गया है। उपार्जित गेहूँ का सुरक्षित भंडारण भी किया गया है। गेहूँ खरीदी के विरूद्ध 10 लाख 32 हजार किसानों के खातों में 11 हजार 860 करोड़ रूपये की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। कोरोना संकट के होते हुए भी मध्यप्रदेश में गेहूँ उपार्जन के लिए जो व्यवस्था की गई थी, उसी का सुफल है कि प्रदेश में लक्ष्य से अधिक गेहूँ खरीदी की गई है। जितने किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी के लिए पंजीयन कराया है उनके गेहूँ खरीदने की व्यवस्था की जायेगी। समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश आज देश के प्रमुख राज्य के रूप में दूसरे नंबर पर पहुँच गया है।
गेहूँ उपार्जन के साथ त्वरित गति से भंडारण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे बरसात के पूर्व उपार्जित गेहूँ का सुरक्षित भंडारण हो सके। गेहूँ का उपार्जन जब कोरोना के कारण देर से प्रारंभ हुआ था, तब ऐसी आशंका व्यक्त की गई थी की शायद उपार्जन का लक्ष्य ही पूरा न हो सके। लेकिन मध्यप्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं ने इन आशंकाओं को निर्मूल साबित करते हुए लक्ष्य से अधिक गेहूँ उपार्जन का रिकार्ड बनाया है।