किसानों को उद्यानिकी फसलें लेने के लिये प्रोत्साहित करें : कृषि मंत्री श्री यादव
संभाग स्तरीय बैठक में अधिकारियों को दिये निर्देश
भोपाल। मध्यप्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री श्री सचिन सुभाष यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे किसानों को परम्परागत फसलें लेने के साथ उद्यानिकी और फूलों की खेती के लिये प्रोत्साहित करें, ताकि उन्हें अतिरिक्त आय प्राप्त हो सके।
श्री यादव तानसेन रेजीडेंसी ग्वालियर और चम्बल संभागों के अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संभाग के जिलों में पैदा होने वाले फलों और सब्जियों पर आधारित प्रसंस्करण संयंत्र लगाने की संभावनाएँ तलाशी जायें। श्री यादव ने किसानों को प्रयोगशालाओं में मिट्टी परीक्षण कराने के लिये प्रेरित किया जाये। कृषि मंत्री ने ‘शुद्ध के लिये युद्ध’ अभियान के तहत खाद-बीज व कीटनाशक दवाओं के अमानक नमूनों के मामले में की गई कार्यवाही की जानकारी ली।
किसान जैविक खेती को अपनायें
कृषि महाविद्यालय परिसर ग्वालियर में आयोजित पश्चिम कृषि मेला कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री सचिन सुभाष यादव ने किसानों से अपील की कि वे जैविक खेती तथा आधुनिक संयंत्रों के इस्तेमाल की ओर कदम बढ़ायें। इसके लिये कृषि वैज्ञानिकों को किसानों के साथ निरंतर समन्वय रखते हुए उन्हें प्रोत्साहित और प्रेरित करना होगा। उन्होंने फसलों के उन्नत बीज तैयार करने के लिये कृषि वैज्ञानिकों को बधाई दी।
इस मौके पर पशु पालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने विगत 5 वर्षों से प्रदेश को प्राप्त हो रहे कृषि कर्मण पुरस्कार में किसानों के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिकों का अहम् योगदान है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि किसानों और वैज्ञानिकों के समन्वित प्रयासों से कृषि उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश नई ऊँचाईयों को स्पर्श करेगा।
कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति डॉ. एस.के. राव भी उपस्थित थे। तीन दिवसीय कृषि मेले में देश के 8 राज्यों और 2 केन्द्र शासित प्रदेशों के वैज्ञानिक हिस्सा ले रहे हैं।