किसानों के मुद्दों को हल करने में नाकाम रहे शिवराज, मुद्दों से मुंह छुपाने चिल्लर नेताओं की भाषा बोलते हैं शिवराज: भूपेन्द्र गुप्ता

किसानों के मुद्दों को हल करने में नाकाम रहे शिवराज, मुद्दों से मुंह छुपाने चिल्लर नेताओं की भाषा बोलते हैं शिवराज: भूपेन्द्र गुप्ता

भोपाल, 9 दिसम्बर, 2019
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने शिवराज सिंह चौहान के झूठ का जवाब देते हुए कहा कि वे चिल्लर नेताओं की भाषा बोलकर भी इस तथ्य को नहीं छुपा सकते कि वे किसानों की समस्याओं को हल करने में 12 साल नाकाम रहे। वे भूल गए कि उनके शासन में किसानों पर ए.के. -47 तक से गोलियां चलाईं गईं और कैसे दोषियों को खुला छोड़ दिया गया। वे भूल गए कि कैसे उन्होंने खुद धरने पर बैठने का भोंडा नाटक किया था और पीड़ित शोकग्रस्त परिजनों को दबाव डालकर इस नौटंकी में बुलाया था।

गुप्ता ने कहा कि देश के 108 किसान संगठनों ने मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ ग्रामीण भारत बंद का आव्हान किया है। शिवराज सिंह चैहान क्या ग्रामीण भारत बंद को समर्थन देकर मोदी सरकार के दमन के इस खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होंगे? यदि शिवराज में हिम्मत हो तो साहसपूर्वक ऐलान करें कि किसान संगठन की मांगें नाजायज हैं या किसानों की मांगों का समर्थन करें।

किसानों के असली मुद्दों पर शिवराज ने कभी बात नही की। नकली खाद, नकली बीज बेचने वालों को वे बचाते रहे। शिवराज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर यूरिया की सप्लाई के संबंध में चर्चा करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो गई है। निर्माण क्षेत्र में भारी गिरावट आने से यूरिया का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। क्या शिवराज को नही मालूम? क्या शिवराज बतायेंगे कि मप्र की 18 लाख टन की मांग के विरुद्ध 15.4 लाख टन का आवंटन ही क्यों स्वीकृत किया गया? और मोदी सरकार इस घटे हुये आबंटन में से भी माहवार सप्लाई में क्यों कटौती कर रही है?

देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश के है। उनसे कहें कि प्रदेश के किसानों को बताएं कि समस्या क्यों आ रही है। गुप्ता ने कहा कि शिवराज असली मुद्दों से मुंह छुपाते है और झूठ बोलकर राजनीति करते है।

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