कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हिंदू-मुस्लिम के संबंध में बयानबाजी का लगाया आरोप, कहा- छात्रों की चिंताओं का कोई जवाब नहीं
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बीच कांग्रेस ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर हिंदू- मुस्लिम को (बांटने) या भारत-पाकिस्तान के संबंध में बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बेरोजगार युवाओं की चिंताओं और अन्य मुद्दों का हल नहीं हो सकता।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यदि सरकार छात्रों के साथ बातचीत नहीं करती है तो छात्र समुदाय का जारी प्रदर्शन और मजबूत होगा। सुरजेवाला एक आपराधिक मानहानि मामले की सुनवाई के सिलसिले में अहमदाबाद में थे। उन्होंने दोष स्वीकार नहीं किया जिसके बाद उन्हें जमानत दे दी गई।
सुरजेवाला ने कहा, “देश के छात्र एवं युवा प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं मोदी सरकार उनसे बात करने की बजाय इसकी प्रतिक्रिया लाठियों, आंसू गैस के गोलों और गोलियों से दे रही है। बेरोजगारी, शिक्षा के बढ़ते खर्च और संविधान को रौंदने पर युवाओं के सवाल का जवाब हिंदू-मुस्लिम या भारत-पाकिस्तान नहीं हो सकता।”
सुरजेवाला का इशारा नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में हिंसक प्रदर्शनों और इसके परिणामस्वरूप जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की ओर था।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले 72 वर्षों में ऐसी पुलिस कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहूंगा कि उनकी सरकार महिला छात्रावास और पुस्तकालयों (जेएमआई) के भीतर युवाओं तथा छात्रों पर लाठीचार्ज करके, गोलियां चलाकर और आंसूगैस के गोले छोड़कर क्या साबित करना चाहती है।” सुरजेवाला ने कहा कि छात्र समुदाय और युवा रोजगार की कमी और शिक्षा के बढ़ते खर्च को लेकर आंदोलित हैं।
उन्होंने कहा, “अभिभावकों के पास अपने बच्चों की शिक्षा के लिए पैसे नहीं हैं। उनके पास कोई मौके नहीं हैं। वे आंदोलित हैं कि संविधान को रौंदा जा रहा है..आपको (मोदी) समझना चाहिए, और इसे एक चेतावनी भी समझना चाहिए कि यदि वे आपके खिलाफ खड़े हो सकते हैं तो वे सरकार बदल भी सकते हैं।” सुरजेवाला ने कहा कि यदि केंद्र आंदोलित छात्रों से बातचीत नहीं करता है तो प्रदर्शन और बढ़ेंगे और आप उन्हें दबा नहीं सकते।