भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लॉकडाउन 5 अर्थात अनलॉक 1.0 में दुकानों के खुलने पर बहुत भीड़ एकत्र न हों और सभी सावधानियाँ जरूरी बरती जायें। इस बारे में सभी दुकानदार, आम नागरिक और नगर निगम सहित संबंधित सरकारी विभाग विशेष ध्यान रखें। इस बारे में कलेक्टर्स को भेजे जा रहे विस्तृत निर्देश भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप तैयार किये गये हैं। इनका कलेक्टर्स द्वारा पालन सुनिश्चित कराया जाये। सार्वजनिक क्षेत्रों में फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है। हैण्ड सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था भी दुकानों के पास उपलब्ध करवाई जाये। दुकान पर बिना मास्क के कोई ग्राहक न आ सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज राज्य में कोरोना नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा करते हुये अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिये।
प्रदेश का रिकवरी रेट बढ़कर 62 हुआ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य स्तरीय समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि बाजारों के खुलने से नागरिकों की आवाजाही बढ़ना स्वाभाविक है। इसके साथ ही सभी आवश्यक उपायों से कोरोना वायरस पर नियंत्रण का कार्य लगातार होना चाहिये। स्वास्थ्य आयुक्त श्री फैज अहमद किदवई ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में कुल 8 हजार 420 कोरोना पॉजिटिव केस पाये गये हैं। अब तक 5 हजार 221 रिकवर हो गये हैं। एक्टिव केस 2 हजार 835 हैं। कल पाये गये पॉजिटिव केस 137 हैं। एक दिन में 218 भर्ती किये गये रोगी डिस्चार्ज हुये हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट 62 प्रतिशत है। जबकि देश का रिकवरी रेट 48.1 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री ने पूछा जबलपुर में अच्छा नियंत्रण रहा, फिर मई में 8 केस क्यों आये ?
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर के संबंध में समीक्षा के दौरान कहा कि जबलपुर में 20 मार्च को प्रथम कोरोना पॉजिटिव की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिले में नियंत्रण अच्छा रहा, लेकिन किसी भी स्थिति में रोग को छिपाने का कार्य नहीं होना चाहिये। जिले में हुई 10 मृत्यु के संबंध में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रकरणवार जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई मृत्यु की घटनाओं की समीक्षा कर स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित किया जाये। जिले की 10 मृत्यु में 8 मई माह में हुई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुछ प्रकरण में रोगी के अस्पताल में रहने की अवधि एक या दो दिन है। इसका अर्थ है रोगी की पहचान के कार्य में विलंब हुआ है। इस तरह का विलंब नहीं होना चाहिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर में नागरिकों में लक्षणों के आधार पर रोग की शीघ्र पहचान, समुचित उपचार और आवश्यक सावधानियाँ बरतने के निर्देश दिये। समीक्षा में बताया गया कि जबलपुर में रिकवरी रेट 70 प्रतिशत से ऊपर है। फ्लू ओपीडी में 3708 रोगी अब तक आये हैं। इनमें 2819 को ऐहतियातन होम आयसोलेशन का परामर्श दिया गया। जिले में 41 क्लीनिक संचालित हैं। अब तक 7 हजार 410 सेम्पल लिये गये हैं जिनमें से 251 पॉजिटिव पाये गये। कलेक्टर और कमिश्नर जबलपुर ने कोरोना वायरस नियंत्रण की विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने बतायाकि बाजारों के खुलने की व्यवस्था में ऑड-ईवन फार्मूला उपयोग में लाया जा रहा है। जबलपुर में ऑटो-रिक्शा चलने लगे हैं। सिटी बस संचालन की अनुमति अभी नहीं दी गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर सहित जिन जिलों में प्रवासी श्रमिक आये हैं, उनकी स्क्रीनिंग और क्वारेंटाइन के लिये की गई व्यवस्थाओं को जारी रखा जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर जबलपुर से इस संबंध में जानकारी प्राप्त की।
राजगढ़ पर बैठक में हुई आधा घंटा चर्चा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राजगढ़ जिले में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा करते हुये पूछा कि क्या सर्वे दल अभी भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं ? इसके साथ ही बाहर से आये श्रमिकों की स्क्रीनिंग की क्या व्यवस्था है ? कलेक्टर ने बताया कि जिले में 1600 श्रमिक बाहर से आये थे, जिनकी क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई। जिले में कुल 60 सर्वे दल कार्य कर रहे हैं। कुल 06 कंटेनमेंट एरिया बनाये गये हैं, जिनसे 18 हजार 220 आबादी कवर हो रही है। जिले में 23 फीवर क्लीनिक संचालित हैं। फ्लू ओपीडी में 587 रोगी आये, जिनमें से 244 को लक्षणों के आधार पर होम क्वारेंटाइन का परामर्श दिया गया। राजगढ़ जिले में अब तक 13 पॉजिटिव रोगी पाये गये हैं। एक रोगी की मृत्यु हुई। इस रोगी के उपचार की शुरूआत से लेकर मृत्यु तक की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करते हुये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसी भी व्यक्ति में प्रारंभिक लक्षण नजर आते ही टेस्टिंग और ट्रीटमेंट का कार्य प्रारंभ किया जाये। परिवारों को भी स्वयं जागरूक रहकर वायरस के लक्षण दिखते ही स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचना चाहिये। यह जागरूकता बनी रहेगी तो वायरस के नियंत्रण में पूरी तरह सफलता प्राप्त होगी। सामाजिक दूरी के पालन पर भी ध्यान दिया जाये। इस संबंध में शिक्षित और जागरूक करने का कार्य भी निरंतर चलना चाहिये।
सम्हल रहा है मालवा अंचल
समीक्षा के दौरान बताया गया कि इंदौर और उज्जैन में स्थिति में सुधार हो रहा है। राज्य शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के मुकाबले अस्पतालों में रोगी संख्या काफी कम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने दो दिन मालवा अंचल में रहकर कोरोना वायरस नियंत्रण के लिये अस्पतालों का निरीक्षण और व्यवस्थाओं के अवलोकन का कार्य किया। इंदौर में अब तक 37 हजार 965 टेस्ट हुये हैं जिनमें 3570 पॉजिटिव पाये गये। इनमें 2029 रिकवर हुये हैं। उज्जैन में अब तक 6906 टेस्ट हुये हैं, जिनमें 692 पॉजिटिव पाये गये हैं। प्रतिदिन पॉजिटिव रोगी की संख्या कम भी हो रही है। कल इंदौर जिले में 31 और उज्जैन जिले में 4 पॉजिटिव रोगी पाये गये हैं।
समीक्षा बैठक और वीडियो कान्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, आयुक्त जनसंपर्क श्री सुदाम खाड़े, अपर सचिव मुख्यमंत्री श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव उपस्थित थे।