उपराष्ट्रपति की लोगों से अपील-हिंसा में न हों शामिल, राष्ट्रीय हित को केंद्र में रखकर करें कोई भी काम
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने विरोध को लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा बताते हुए लोगों से किसी भी प्रकार की हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की है। नायडू ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में देश के विभिन्न इलाकों में हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर शुक्रवार को लोगों से शांति की अपील की है।
नायडू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आधारित एक पुस्तक के विमोचन समारोह में कहा, ‘‘राष्ट्रीय हित को केन्द्र में रखकर लोगों को काम करना चाहिए, साथ ही सभी को संविधान की मूल भावना के मुताबिक शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक मूल्यों का अनुसरण करना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में जारी प्रदर्शनों में भड़की हिंसा के दौरान बृहस्पतिवार को कर्नाटक में दो और लखनऊ में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। नायडू ने कहा कि देश की एकता और अखंडता, सुरक्षा, संप्रभुता सर्वोपरि है। इसके मद्देनजर लोगों को सकारात्मक एवं रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ना चाहिए और ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे देश की छवि धूमिल होती हो।