आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए सभी विभाग सक्रियता से अपनी भूमिका निभायें: मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रीगण से अपने विभागों की नियमित समीक्षा कर जनकल्याण के प्रयासों को गति देने की अपेक्षा की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय से वर्चुअल कैबिनेट शुरू होने के पहले मंत्रियों से संवाद किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप बनाने के लिए हाल ही में संपन्न वेबिनार में महत्वपूर्ण सुझाव आए हैं।इनको जमीन पर उतारा जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहन ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश वेबिनार में विद्वानों और विषय-विशेषज्ञों के साथ ही आमजनता के सुझाव भी प्राप्त हुए हैं। इन्हें भी रोडमेप में स्थान दिया जाए। यह देखना होगा कि व्यवहारिक सुझाव अवश्य शामिल हो जायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप बनाने के लिए वेबिनार के बाद मंत्रीगण समन्वय अधिकारी के साथ 16 अगस्त से बैठकें कर विभिन्न क्षेत्रों में विकास का प्रारूप तैयार करें। मंत्रियों के समूह आगामी 25 अगस्त तक अपनी सिफारिशें दे दें। मुख्मंत्री श्री चौहान ने कहा कि इन सिफारिशों के मिलने के बाद नीति आयोग से चर्चा होगी। इसके पश्चात प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को मध्यप्रदेश के विकास का 3 वर्ष का रोडमेप सौंपा जाएगा। मध्यप्रदेश के विकास के रोडमेप में वार्षिक के साथ ही अर्द्धवार्षिक और त्रैमासिक लक्ष्य भी होंगे।
योजनाओं के प्रचार पर ध्यान दें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक विभाग की गतिविधियां जनता तक पहुंचें। वर्चुअल कार्यक्रम, बैठकें आयोजित हों। इसके साथ ही शिलान्यास और लोकार्पण भी किए जाएं एवं हितग्राहियों के बैंक खाते में योजनाओं की राशि जमा करने का कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में राजस्व संग्रहण में कमी आई है लेकिन इसके लिए वित्तीय व्यवस्था और प्रबंधन करते हुए आमजन के कल्याण पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाए।
माफिया और मिलावटियों के विरुद्ध अभियान चले
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में माफिया और मिलावट करने वाले समाज विरोधी लोगों के विरुद्ध तीव्र अभियान चलाया जाए। दूध और अन्य उत्पादों में मिलावट का कृत्य अक्षम्य है।
महत्वपूर्ण योजनाओं के अमल पर फोकस करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्रमसिद्धि अभियान, संबल योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, गरीब कल्याण रोजगार अभियान, लोक सेवा अधिनियम, वनाधिकार पट्टों का प्रदाय, श्रम सुधार, नये मंडी अधिनियम के क्रियान्वयन, जल जीवन मिशन, ग्रामीण पथ विक्रेता कल्याण योजना, हमारा घर हमारा विद्यालय और 15 अगस्त से प्रारंभ होने वाले सहयोग से सुरक्षा अभियान के क्रियान्वयन पर फोकस किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं रोजगार सेतु, आवास निर्माण और अन्य योजनाओं के ऑनलाइन कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और हितग्राहियों को लाभान्वित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मजबूत इच्छा शक्ति और संकल्प के साथ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए अधिक से अधिक सक्रियता की अपेक्षा मंत्रियों और अधिकारियों से की है।