प्रदेश भर में प्रदर्शन का पाखंड करने वाले भाजपा
नेता केंद्र से मदद के नाम पर मौन क्यों ?: शोभा ओझा-अभय दुबे
केंद्र मदद करे न करे, प्रदेश की कांग्रेस सरकार सभी किसानों और बाढ़
पीड़ितों को मुआवजा देगी
भोपाल,
20 सितंबर 2019 ( एमपीपोस्ट ) । मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की
अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा, उपाध्यक्ष अभय दुबे ने आज जारी अपने बयान
में बताया कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि प्रदेश भर में बाढ़ की
विभीषिका पर प्रदर्शन का पाखंड करने वाली भाजपा केंद्र से एक बार भी
मदद की गुहार नहीं लगा रही है। उल्टा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह
प्रदेश के हक का पैसा केंद्र से रूकवाने का षड्यंत्र कर रहे हैं।
गांधी सागर बांध को लेकर जो भ्रामक प्रचार शिवराजसिंह ने किया था, जिसकी
पोल स्वयं केंद्र सरकार के सेंट्रल वाटर कमीशन की टीम ने खोल दी, उससे
साफ परिलक्षित होता है कि भाजपा और शिवराज मध्यप्रदेश के नागरिकों की
पीड़ा में साथ खड़े होने की अपेक्षा सिर्फ अपनी राजनैतिक गोटियां सेंकने
का काम कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस के यशस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ जी अतिवर्षा और बाढ़ से
पीड़ित नागरिकों के दर्द को समझते हैं और कांग्रेस सरकार दृढ़ संकल्पित
है कि केंद्र मदद करे न करे बाढ़ पीड़ित हर परिवार के पास कांग्रेस सरकार
मदद पहुंचायेगी और रेवन्यु बुक सरक्यूलर (आरबीसी) के अनुसार सभी को
मुआवजा दिया जायेगा।
कांग्रेस और भाजपा के व्यवहार में अंतर:-
कांग्रेस सरकार तत्परता से अतिवृष्टि और बाढ़ की जो परिस्थितियां
निर्मित र्हुइं थीं, उसमें कांग्रेस सरकार ने 50 हजार लोगों को
सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। होमगाड्र्स द्वारा 168, एसीईआरएफ द्वारा
111, एनडीआरए द्वारा 18 रेसक्यू आपरेशन चलाये गये। भिंड, श्योपुर और
मुरैना में सेना के 151 जवानों ने बाढ़ की परिस्थितियों को संभाला। 109
राहत शिविरों में 28 हजार 445 लोगों को रखा जा रहा है। आज भी 18470 लोग
राहत शिविरों में रह रहे हैं, जिनके लिये चिकित्सा की सुविधा और भोजन
का प्रबंध किया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर भाजपा के 28 सांसदों मंे से किसी ने भी कंेद्र सरकार से
एक बार भी प्रदेश के नागरिकों को मुआवजा दिलाने के लिए एक शब्द भी नहीं
कहा। इतना ही नहीं प्रदेश भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान
ने मंदसौर जाकर लोगों के बीच यह भ्रामक प्रचार किया कि केंद्र ने 1000
करोड़ रूपये की मदद भेजी है। साथ ही गांधी सागर बांध के बारे में भी झूठ
बोलकर नीमच-मंदसौर के लोगों को भड़काने का प्रयास किया। जबकि केंद्र
सरकार के डेम सेफ्टी दल ने शिवराजसिंह चैहान के गांधी सागर बांध के
भ्रामक प्रचार का मुखौटा उतार दिया।
नुकसान के मुआवजे के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध-भाजपा स्थिति स्पष्ट करे
मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से 36 जिले अत्यधिक वर्षा से प्रभावित हुए
हैं। प्रदेश की 385 तहसीलों में से 186 तहसीलों अर्थात 8000 गांवों में
अत्यधिक वर्षा से नुकसान हुआ है। प्रदेश में 24 लाख हेक्टेयर में बोयी
गई फसलों को नुकसान पहुंचा है, जिससे 22 लाख किसान प्रभावित हुए हैं।
छोटे और मध्यम वर्ग के 15.96 लाख किसानों की 13.90 लाख हेक्टेयर
क्षेत्र में फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ा है। इन फसलों के नुकसान का
प्राथमिक मूल्यांकन 9600 करोड़ रूपये है।
मध्यप्रदेश में अतिवर्षा के जो हालात निर्मित हुए उससे प्रदेश की सड़के,
जिसमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क भी शामिल हैं, उसका 1566 करोड़ रूपये के
नुकसान का प्रथम दृष्टया मूल्यांकन सामने आया है।
प्रदेश के नागरिकों के घरों को भी नुकसान पहुंचा है। कुछ पक्के और कच्चे
घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है तो कुछ घरों को बहुत ज्यादा
नुकसान पहुंचा है। कुल 54700 आवासों को क्षति पहुंची है, जिसका
प्राथमिक मूल्यांकन 540 करोड़ हैं।
इसी प्रकार सरकारी स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, अस्पताल, पंचायत भवन,
हैंडपंप, विद्युत उपकरण इत्यादि का 155 करोड़ रूपये का नुकसान सामने आया
है।
उपरोक्त मूल्यांकन के अनुसार आज की परिस्थिति में नागरिकों को राहत
पहुंचाने के लिए 11 हजार 861 करोड़ रूपये की आवश्यकता है। प्रदेश की
कांग्रेस सरकार हर परिस्थिति में प्रदेश के नागरिकों को उनका यह हक
देकर रहेगी। प्रदेश भाजपा से कांग्रेस यह जानना चाहती है कि क्या वे
केंद्र से यह राशि लाने की पहल करेंगे या सिर्फ धरने और प्रदर्शन की
निराशा को ही प्रदर्शित करते रहेंगे।
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