इंदौर शहर में कम लागत के 1000 घरों का निर्माण
होगा
मुख्यमंत्री कमल नाथ के अनुभव का मिलेगा लाभ
लाइट हाऊस परियोजना के लिए भेजा प्रस्ताव
भोपाल,
16 अक्टूबर 2019 ( एमपीपोस्ट ) । मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में ग्लोबल
हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज- जीएचटीसी-इंडिया के तहत लाइट हाऊस परियोजना
में 1000 घरों का निर्माण होगा। कम लागत के ये मकान न सिर्फ भूकंपरोधी
होंगे, बल्कि इनमें अक्षय ऊर्जा स्रोत का भरपूर इस्तेमाल होगा।
मुख्यमंत्री कमल नाथ के केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के अनुभव का लाभ
लेते हुए उनके निर्देश पर इंदौर शहर में जीएचटीसी-इंडिया के तहत लाइट
हाऊस परियोजना के लिए यह प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया था।
जीएचटीसी-इंडिया के तहत 6 स्थलों पर लाइट हाऊस परियोजनाओं -एलएचपी के
लिए 19 एजेंसियों से 43 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनमें इंदौर लाइट
हाऊस परियोजना के लिए भेजे गए प्रस्ताव समेत 6 तकनीकी प्रस्तावों का
मूल्यांकन हो रहा है।
एमपीपोस्ट को मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक़ नई तकनीक पर संबंधित
शहरों में करीब छह हजार मकान बनेंगे। अब सभी प्रस्तावों का मूल्यांकन
एक कमेटी करेगी। प्रोजेक्ट का चयन कर संबंधित शहर में इस पर काम होगा।
केंद्र सरकार ने देश के छह शहरों को एक प्रायोगिक योजना के लिए चुना
है। इसके तहत नई तकनीक के इस्तेमाल से लागत कम करके टिकाऊ और आपदारोधी
मकान बनाए जाने हैं। लाइट हाउस योजना के तहत केंद्रीय आवास व शहरी मामलों
के मंत्रालय को इंदौर समेत छह शहरों से 43 प्रस्ताव मिले हैं।
मध्य प्रदेश के इंदौर, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गुजरात के राजकोट, झारखंड
के रांची, तमिलनाडु के चेन्नई और त्रिपुरा के अगरतला की पहचान लाइट
हाउस प्रोजेक्ट के लिए की थी। इसके लिए शहरों से जीएचटीसी-इंडिया के
तहत प्रस्ताव मंगाए गए थे। मंत्रालय को फिलहाल 19 एजेंसियों से 43
प्रस्ताव मिले हैं।
मूल्यांकन समिति अब तकनीकी प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रिपोर्ट पेश
करेगी। इसके आधार पर आगे काम होगा। छह शहरों में मंत्रालय की तरफ से
प्रमाणित प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके छह हजार से ज्यादा मकानों का
निर्माण करना है।
निविदा मूल्यांकन समिति की उपस्थिति में ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल से
तकनीकी प्रस्ताव खोले गए। इस समिति में इन 6 राज्यों से एक-एक सदस्य
शामिल हैं। यह समिति तकनीकी प्रस्तावों का मूल्यांकन करेगी और अपनी
विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय
वित्तीय प्रस्तावों को खोलने की तारीख के बारे में भाग लेने वाली
एजेंसियों को सूचित करेगा।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने भारत में आवास निर्माण में
मुख्यधारा बनाने के लिए नवाचारी प्रौद्योगिकियों का पता लगाने के लिए
वैश्विक चुनौती का आयोजन किया है। इस संबंध में, मंत्रालय द्वारा
ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया की शुरूआत की गई थी। इसके बाद,
मंत्रालय ने 05 जुलाई, 2019 को www.eprocure.gov.in पर जीएचटीसी -
इंडिया के तहत 6 चयनित स्थलों पर लाइट हाउस परियोजनाओं के निर्माण के
लिए अनुरोध प्रकाशित किए थे। इन लाइट हाउस परियोजनाओं में जीएचटीसी -
इंडिया के तहत संक्षिप्त सूची प्रमाणित प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके
प्रत्येक स्थान पर लगभग 1000 घरों के निर्माण की पायलट परियोजनाओं को
लागू किया जाना है। |