मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान
राशि एमपी के सभी जिलों को दी
भोपाल,
11 सितंबर 2019 ( एमपीपोस्ट ) । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने
प्रदेश के सभी 51 जिलों के बीमारी का इलाज कराने वाले 7522 परिवारों को
प्रचार से दूर रहते हुए बीमार गरीब लोगो को आर्थिक सहायता प्रदान की
है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही श्री नाथ ने आर्थिक सहायता प्रदान
शुरू कर दिया था यह सिलसिला लगातार जारी है। एमपीपोस्ट को मिली
आधिकारिक जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता समाप्त
होने के बाद 23 मई 2019 से 30 अगस्त 2019 तक 7522 परिवारों को सहायता
राशि के रूप में कुल राशि 42 करोड़ 66 लाख 86 हजार 500 रूपये की सहायता
राशि वितरित की गई है।
एमपीपोस्ट को मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार यह सहायता राशि सीधे
संबंधितों के उपचार के लिये चिकित्सा संस्थानों को भिजवाने के आदेश हैं
ताकि इलाज न रुके।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ लेते ही यह शुरू करवाई। राज्य का खजाना खाली
होने के कारण अधिकारियों को निर्देशित करते हुए 07 करोड़ रूपये की राशि
का तत्काल इंतज़ाम करवाया उसी राशि से प्रदेश भर के कैंसर, किडनी
ट्रांसप्लांट, डायलिसीस और दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल 18 दिसंबर
2018 से 16 जनवरी 2019 तक लगभग एक माह के दौरान 651 प्रभावितों को
पहुंचाई थी। इसके बाद यह सिलसिला और आगे बढ़ा और 31 अगस्त 2019 तक 11548
परिवारों को कुल 65 करोड़ 45 लाख 8970 की राशि उपलब्ध कराई।
एक वित्तीय वर्ष में मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान निधि की राशि का
प्रावधान 70 करोड़ रुपये का है। नागरिकों के इलाज के लिए फंड की समस्या
नहीं आने देंगें यह बात कमलनाथ मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश ने कही। यह राशि
खर्च हो जाने के बाद इस जनकल्याण के कार्य को देखते हुए इमरजेंसी फंड
से इंतज़ाम मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार होगा।
23 मई 2019 से 30 अगस्त 2019 तक मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के 59
परिवारों को 39 लाख 20 हजार की सहायता राशि उपलब्ध कराई है। इसी प्रकार
अलीराजपुर के 3 परिवारों को 3 लाख 10 हजार, अनुपपूर के 19 परिवारों को
8 लाख 45 हजार, अशोकनगर के 98 परिवारों को 49 लाख 67 हजार, बडवानी के
58 परिवारों को 47 लाख 60 हजार 500, बालाघाट के 42 परिवारों को 36 लाख
40 हजार, बैतूल के 253 परिवारों को 1 करोड 35 लाख 25 हजार, भिण्ड के 37
परिवारों को 25 लाख 50 हजार, भोपाल के 1242 परिवारों को 6 करोड 33 लाख
8 हजार, बुरहानपुर के 29 परिवारों को 20 लाख 35 हजार, छतरपुर के 60
परिवारों को 30 लाख 90 हजार, छिंदवाडा के 265 परिवारों को 1 करोड 62
लाख 7 हजार, दमोह के 84 परिवारों को 43 लाख 65 हजार, दतिया के 20
परिवारों को 9 लाख 50 हजार, देवास के 350 परिवारों को 1 करोड 95 लाख 35
हजार, धार के 164 परिवारों को 1 करोड 14 लाख 82 हजार, डिंडौरी के 6
परिवारों को 7 लाख 35 हजार, गुना के 187 परिवारों को 1 करोड 1 लाख 10
हजार, ग्वालियर के 73 परिवारों को 50 लाख 95 हजार, हरदा के 88 परिवारों
को 46 लाख 5 हजार, होशंगाबाद के 246 परिवारों को 1 करोड 49 लाख 4 हजार,
इंदौर के 789 परिवारों को 5 करोड 17 लाख 6 हजार, जबलपुर के 83 परिवारों
को 69 लाख 95 हजार, झाबुआ के 5 परिवारों को 2 लाख 25 हजार, कटनी के 25
परिवारों को 14 लाख 30 हजार, खंडवा के 63 परिवारों को 40 लाख 20 हजार,
खरगौन के 161 परिवारों को 98 लाख 95 हजार, मंडला के 8 परिवारों को 5
लाख 10 हजार, मंदसौर के 24 परिवारों को 16 लाख 70 हजार, मुरैना के 33
परिवारों को 15 लाख 5 हजार, नरसिंहपुर के 65 परिवारों को 37 लाख 40
हजार, नीमच के 16 परिवारों को 7 लाख 15 हजार, पन्ना के 34 परिवारों को
22 लाख 97 हजार, रायसेन के 357 परिवारों को 1 करोड 80 लाख 45 हजार,
राजगढ के 388 परिवारों को 1 करोड 80 लाख 80 हजार, रतलाम के 72 परिवारों
को 56 लाख 30 हजार, रीवा के 84 परिवारों को 49 लाख 65 हजार, सागर के
249 परिवारों को 1 करोड 39 लाख 25 हजार, सतना के 100 परिवारों को 65
लाख 70 हजार, सीहोर के 400 परिवारों को 2 करोड 11 लाख, सिवनी के 40
परिवारों को 22 लाख 40 हजार, शहडोल के 25 परिवारों को 14 लाख 95 हजार,
शाजापुर के 285 परिवारों को 1 करोड 47 लाख 50 हजार, श्योपुर के 6
परिवारों को 2 लाख 60 हजार, शिवपुरी के 37 परिवारों को 17 लाख 95 हजार,
सीधी के 27 परिवारों को 16 लाख 65 हजार, सिंगरोली के 8 परिवारों को 4
लाख 70 हजार, टीकमगढ के 36 परिवारों को 16 लाख 15 हजार, उज्जैन के 399
परिवारों को 2 करोड 30 लाख 30 हजार, उमरिया के 8 परिवारों को 3 लाख 45
हजार, विदिशा के 315 परिवारों को 1 करोड 50 लाख 60 हजार की सहायता राशि
उपलब्ध कराई है। |