एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के
विरूद्ध वृक्षरोपण में किये गये शासकीय धन का अपव्यय की शिकायत
ईओडब्ल्यू में- वन मंत्री उमंग सिंघार
भोपाल,
11 अक्टूबर 2019 ( एमपीपोस्ट ) । मध्यप्रदेश के पूर्ववर्ती शिवराज सिंह
चौहान सरकार के समय में एक दिन में वृक्षारोपण कर गिनीज विश्व रिकार्ड
बनाने के लिए पोधारोपण का कार्यक्रम किया गया था। यह कार्यक्रम 2 जुलाई
2017 को एक दिवसीय रोपण का निर्णय लिया जाकर 5 करोड पौधों के रोपण का
लक्ष्य रखा गया था इस लक्ष्य में भारी अनियमितता एवं शासकीय धन का
अपव्यय किया गया है, इसकी वन विभाग के अधिकारियों ने जांच की जांच
प्रतिवेदन में यह बात निकलकर सामने आई की गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड तैयार
करने के लिए जो लक्ष्य रखा गया था वह सही नहीं निकला। इस लक्ष्य की
प्राप्ति के लिए शासकीय धन का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान और तत्कालीन वन मंत्री द्वारा अपव्यय किया गया । यह निर्णय
जल्दबाजी कर कुछ व्यक्तियों को अनुग्रहित करने के लिए लिया गया। इसलिए
वृक्षरोपण कार्यक्रम से संबंधित इस प्रकरण में नियमानुसार व्यवस्थित
तरीके से कार्यवाही करने के लिए ईओडब्ल्यू को यह जांच करने के लिए
आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करा दिये गये हैं। 2 जुलाई 2017 को वृक्षारोपण
के लिए लगभग 455 करोड रूपये की योजना में अनियमितताएं सामने आयी हैं।
यह जानकारी मध्यप्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने 11 अक्टूबर, 2019
को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान साझा की।
वन मंत्री ने बताया कि इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में संबंधित अधिकारियों
के खिलाफ भी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। वन मंत्री ने बताया कि
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा घोषणा की गई कि नर्मदा
नदी के बेसिन क्षेत्र में 2 जुलाई 2017 के एक दिवसीय वृक्षारोपण में 5
करोड़ पौधों का रोपण किया जाना है। यह तब वृक्षारोपण के लिए लगभग डेढ़
महीने के समय की आवश्यकता होती है जिससे पौधों की जीवितता सुनिश्चित की
जा सके। इस वृक्षारोपण को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी डाले जाने
के निर्देश दिए गए थे।
उन्होंने बताया कि इस योजना में वन विभाग के साथ साथ अन्य कई विभाग जैसे
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, नगरीय विकास एवं आवास
विभाग, आदि शामिल होने थे। इन सभी के अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों
तथा सचिवों को श्री दीपक खांडेकर, अपर मुख्य सचिव द्वारा पत्र लिखे गए।
वन विभाग द्वारा बीपी सिंह को नोड अधिकारी मनोनीत किया गया तथा वाय
सत्यम, सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक को राज्य योजना आयोग में
विशेषज्ञ के रूप में संविदा नियुक्ति दी गई थी।
उन्होंने बताया कि एक दिवसीय वृक्षारोपण के लिए कुल रोपण स्थल 121275,
कुल रोपित पौधे 71039711 गिनीज वल्र्ड रिकार्ड के मापदण्डों के अनुसार
रोपण स्थल 5540 (4.57 प्रतिशत), गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड के मापदण्डों के
अनुसार रोपित पौधे 22228954 (31.3 प्रतिशत)बताया गया। जबकि गिनीज
वर्ल्ड रिकार्ड को प्रेषित करने की नस्ती पर तत्कालीन वन मंत्री द्वारा
कोई कार्यवाही नहीं की गई । गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड नहीं बन पाया। लिहाजा
यह प्रथम दृष्टया शासकीय धन के अपव्यय का मामला बनता है। |